महाराष्ट्र में शिवसेना के बाद एनसीपी में भी फूट पड़ चुकी है। अजित पवार ने शरद पवार से अलग होकर बीजेपी से हाथ मिला लिया है। अजित पवार समेत उनके आठ विधायक महाराष्ट्र सरकार में मंत्री हैं। शरद पवार की अपील के बाद भी बागी विधायक लौटने को तैयार नहीं हैं। शरद पवार गुट ने अजित गुट के खिलाफ व्हिप भी जारी किया था। जिसका कोई खास असर नहीं हुआ। इन सबके बावजूद अजित पवार, अपनी चाची प्रतिभा पवार (शरद पवार की पत्नी) के हाथ की सर्जरी के बाद उनसे मिलने के लिए सिल्वर ओक गए थे। अजित पवार ने इस मुलाकात के बाद कहा था कि राजनीति अलग है और परिवार अलग है। इसके बाद वाईबी चव्हाण सेंटर में रविवार को अजित पवार और उनके मंत्रियों ने शरद पवार से मुलाकात की थी। उन्होंने शरद पवार से माफ़ी भी मांगी थी। उन्होंने शरद पवार से समर्थन और आशीर्वाद भी मांगा था। हालांकि, शरद पवार ने अजित पवार और उनके मंत्रियों को कोई जवाब नहीं दिया था। यह मुलाकात तक़रीबन एक घंटे तक चली थी। अब अगले ही दिन यानी सोमवार को एकबार फिर अजित पवार अपने विधायकों संग शरद पवार से मिलने के लिए पहुंचे।
पार्टी में फूट नहीं चाहते अजित पवार
रिपोर्ट्स के मुताबिक अजित पवार और शरद पवार के बीच ये ये जो मुलाकात हुई है ये अचानक हुई है। पहले से प्लान करके नहीं हुई है और इसकी जानकारी देवेंद्र फडणवीस को भी नहीं थी। शरद पवार के भतीजे और डिप्टी सीएम अजित पवार का कहना है कि हम पार्टी को एकजुट करने के लिए गए थे। हमने उनसे आशीर्वाद लिया और उनसे कहा भी लेकिन वे एक शब्द नहीं बोले। उसी दरमियान शरद पवार की बेटी और सांसद सुप्रिया सुले ने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल को फोन किया कि आप आइए। YB चव्हाण सेंटर में ये लोग आये हैं। उस समय जयंत पाटिल एक मीटिंग में थे। विधान परिषद में विरोधी पक्ष के नेता अंबादास धानवे के यहां बैठक चल रही थी। कल विधानसभा सत्र शुरू हो रहा है तो उसके लिए आज दोपहर में प्रेस कॉन्फ्रेन्स वगैरह थी। उनकी बैठक थी कि क्या डिस्कस करना है। अचानक जयंत पाटिल बैठक छोड़ चले गए।लेकिन जब तक वो YB चव्हाण सेंटर पहुंचे, तब तक ये लोग निकल चुके थे। वहां पर अजित पवार और उनके लोगों ने ये बात रखी कि हम लोग पार्टी में फूट नहीं चाहते हैं। हम चाहते हैं कि पार्टी एक रहे और आप हमें आशीर्वाद दीजिए। जब वो ये बातें रख रहे थे, उस समय शरद पवार एकदम शांत बैठे हुए थे, न सर हिला रहे थे न हां में हां कर रहे थे। बस इतना वहां पर डिस्कस हुआ। इसके बाद प्रफुल्ल पटेल और भुजबल ने भी पवार साहब से अनुरोध किया कि आप मान जाइए और पार्टी को एकजुट रखते हैं। दूसरी बड़ी बात है कि कल विधानसभा सत्र शुरू हो रहा है। सत्र में एनसीपी के लोग कहां बैठेंगे? शरद पवार की जो एनसीपी है, उसमें 12 से 14 लोग रह गए हैं, वे कहां बैठेंगे? अजित पवार तो सत्ता में आ गए हैं। अभी मेरी विधानसभा अध्यक्ष के सेक्रेटरी से बात हुई थी तो मैंने पूछा कि आप ये कैसे कर रहे हो। पार्टी अभी बंटी नहीं है कानूनी तौर से। आप उनको कहां जगह देंगे? उनका कहना था कि अजित पवार के लोग तो सत्ता में हैं, वो सरकार के साथ बैठेंगे। शरद पवार के साथ में लोग हैं वे कहां बैठेंगे, ये आज रात में निर्णय लिया जाएगा।
अजित पवार और शरद पवार की बगावत के बाद यह तीसरी मुलाक़ात है। फ़िलहाल शरद पवार वाईबी चव्हाण सेंटर पर मौजूद नहीं थे। वह अपने घर सिल्वर ओक पर मौजूद थे। हालांकि, अजित पवार और विधायकों के वाईबी चव्हाण सेंटर पहुँचने की खबर के बाद शरद पवार भी वहां पहुंचे हैं। सवाल यह भी है कि क्या यह मुलाकात पूर्व नियोजित थी। आज शरद पवार के पार्टी के विधायकों से मुलाकात करने की खबर थी।
क्या चाहते हैं अजित पवार?
अजित पवार के तीसरी बार शरद पवार से मिलने की खबर से महाराष्ट्र की सियासत में अटकलों का बाजार गर्म हो गया है। लोगों के मन में यह सवाल बार बार आ रहा है कि शरद पवार ने जब यह स्पष्ट कर दिया है कि वे बीजेपी के साथ कभी नहीं जायेंगे। तो फिर अजित पवार क्यों शरद पवार से मुलाक़ात कर कर रहे हैं। हालांकि, सूत्रों की माने तो अजित पवार समेत जिन आठ विधायकों ने मंत्रिपद की शपथ ली है। उनके ऊपर अपात्रता की तलवार लटक रही है। इस मसले को हल करने के लिए अजित पवार सभी विधायकों समेत मिलने पहुंचे हैं।