भारत में चल रहे OTT प्लेटफॉर्म्स को सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कड़ा संदेश दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार रचनात्मक स्वतंत्रता के नाम पर भारतीय संस्कृति और समाज को अपमानित नहीं करने देगी। अनुराग ठाकुर ने ये बात OTT प्लेटफॉर्म्स के प्रतिनिधियों से मीटिंग के दौरान कही है। मीटिंग में शामिल अन्य लोगों ने बताया कि ओटीटी प्लेटफार्म्स द्वारा उल्लंघन के लिए दंडात्मक प्रावधानों, मौजूदा शिकायत निवारण तंत्र को मजबूत करने आदि पर बात हुई. इसके साथ भारत के मैप को कई मौकों पर गलत दिखाने जैसी जो घटनाएं हुई हैं उनका भी जिक्र मीटिंग में आया।
वहीं देश के सेंट्रल इनफॉरमेशन कमिश्नर उदय माहुरकर ने केंद्र सरकार के कदम का स्वागत किया है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, “स्वागत योग्य कदम, लेकिन अभी तो शुरुआत है। भारत ओटीटी प्लेटफार्मों के लिए एक सेल्फ रेगुलेटरी मॉडल का पालन करता है। लेकिन पश्चिम में यह विकृत सामग्री को रोकने में पूरी तरह से विफल रहा है क्योंकि वहां सबसे घृणित सामग्री को मुख्यधारा में रखा गया है। भारत को एक दंडात्मक मॉडल की आवश्यकता है। 4 ऑल्ट बालाजी वेब श्रृंखला के फुटेज हैं जो लगभग अश्लील वीडियो हैं और चौंकाने वाले हैं। उनमें से एक में एक आदमी का अपनी भाभी और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ अनाचारपूर्ण संबंध और सेक्स में लिप्त होना दिखाया गया है। क्या सेल्फ रेगुलेशन इन लोगों के साथ काम करेगा?”
Welcome step. But just a beginning. India follows a self-regulatory model for OTT platforms.But it has totally failed in West to prevent perverted content as most despicable stuff has been mainstreamed there.India needs a punishing model.Have footage of 4 Alt Balaji web series… https://t.co/z1sfLllHm6
— Uday Mahurkar (@UdayMahurkar) July 20, 2023
उदय माहुरकर ने आगे कहा, “ऐसी सामग्री भारत की सामाजिक संरचना और उसके विश्वगुरु बनने के सपने को नष्ट कर सकती है। इसीलिए #SaveCultureSaveIndia फाउंडेशन एक मजबूत नियामक मॉडल का आह्वान करता है जो सभी एवी प्लेटफार्मों के लिए नैतिक संहिता का एक नया कानून बनाएगा और मामलों में बलात्कार के लिए उकसाने के आरोप में आरोपियों को जेल की सजा देगा। कई अकादमिक अध्ययनों ने साबित किया है कि विकृत सामग्री बलात्कार का मुख्य कारण है। बलात्कार के रोजाना बढ़ते मामलों से तुलना करने पर यह सच है। हाल ही में एक स्कूल प्रिंसिपल ने 6 छात्राओं के साथ बलात्कार किया और उसने पुलिस के सामने स्वीकार किया कि वह अपने फोन पर अश्लील वीडियो से उकसाकर ऐसा कर रहा था।”