मणिपुर में हिंसा के दौरान वायरल वीडियो को लेकर प्रतिक्रियाओं का दौर जारी है। शनिवार को राजधानी दिल्ली के जंतर-मंतर पर UNAU स्टू़डेंट फोरम ने इस घटना को लेकर विरोध-प्रदर्शन किया और ट्राइबल समुदाय की रक्षा की अपील की। इन छात्रों में ज्यादा कुकी, नगा और अन्य आदिवासी समुदाय के छात्र थे। इन्होंने मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के इस्तीफे की भी मांग की।
बताते चलें कि पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही। इस बीच बीते दिनों एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें महिलाओं को निर्वस्त्र कर परेड कराई जा रही है। इस वीडियो ने पूरे देश में ग़म और गुस्सा पैदा कर दिया है और इसको लेकर देश के कई राज्यों में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए है। बीते शुक्रवार को यूपी के लखनऊ, इलाहाबाद सहित कई शहरों में प्रदर्शन किया गया। जबकि राजधानी दिल्ली में भी आज दोपहर बाद 3 बजे जंतर-मतर पर प्रदर्शन का आह्वान किया गया था।
भारत के पूर्वोत्तर में स्थित मणिपुर 7 सिस्टर्स राज्यों में शामिल है। मणिपुर की सीमा म्यांमार से लगती है और यहां की कुल जनसंख्या करीब 33 लाख हैं। इस आबाद में आधे से अधिक मैतेई समुदाय के लोग हैं और करीब 43 फीसदी कुकी और नगा समुदाय के लोग रहते हैं, जो राज्य की प्रमुख अल्पसंख्यक जनजातियां हैं।
बता दें कि मणिपुर के कांगपोकपी जिले के एक गांव में कुकी-जोमी समुदाय की दो महिलाओं से दरिंदगी का एक वीडियो बुधवार को वायरल हुआ था। ये घटना 4 मई की बताई गई है। इस मामले में पीड़ित परिवार की तरफ से 18 मई को शिकायत की गई थी और पुलिस ने 21 मई को एफआईआर दर्ज कर ली थी। लेकिन, आरोपियों की गिरफ्तारी ढाई महीने बाद भी नहीं की गई थी। दो दिन पहले मामला सामने आया और देशभर में नाराजगी बढ़ी तो मणिपुर पुलिस एक्शन में आई और 24 घंटे के अंदर चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।