आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह का संसद के बचे हुए सत्र से सस्पेंड कर दिया गया। विपक्ष मणिपुर के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बयान चाहता है। विपक्षी नेताओं का आरोप है कि पीएम मोदी की मंशा ठीक नहीं है, वो हर बड़े मुद्दे पर चुप्पी साध जाते हैं लेकिन इस बार मणिपुर के मुद्दे पर प्रधानमंत्री को बयान देना ही होगा। वहीं, सरकार का कहना है कि वो तो हर मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है लेकिन विपक्ष ही बातचीत नहीं होने देना चाहता।
राज्यसभा से सस्पेंड किए जाने के बाद संजय सिंह ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मणिपुर हिंसा के मामले पर संसद के भीतर ‘‘बयान देने से भाग रहे’’ हैं। सस्पेंशन के बाद सिंह संसद परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के निकट धरने पर बैठ गए। कुछ अन्य विपक्षी दलों के सांसदों ने भी उनके समर्थन में नारेबाजी की। उन्होंने ‘निलंबन वापस लो’ के नारे लगाए।
आप सांसद संजय सिंह, मणिपुर के मुद्दे को लेकर राज्यसभा के पूरे सत्र के लिए निलंबित हुए हैं। ये देखना होगा कि उनके निलंबन के खिलाफ अब 26 पार्टियां एक स्वर में विरोध करती हैं या नहीं। इस मामले में कांग्रेस पार्टी पर ही सभी की निगाहें टिकी हैं।
AAP मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि अगर भाजपा की चले, तो संजय सिंह को जेल में डाल देते। संजय सिंह संसद में विपक्ष की बुलंद आवाज़ हैं। वे नारा लगाते हैं और पूरा विपक्ष एकजुट हो जाता है। ज़ाहिर-सी बात है कि संजय सिंह विपक्ष की आंखों में खटकते हैं। इसलिए वे पूरी कोशिश करेंगे कि संजय सिंह की आवाज़ बंद की जाए। लेकिन इन हथकंडों, सीबीआई, ईडी के दुरुपयोग, जो भी कर लें, भाजपा सरकार की वापसी मुश्किल है।