मणिपुर हिंसा पर चर्चा के मुद्दे पर केंद्र सरकार और विपक्ष संसद में आमने-सामने है। इस बीच लोकसभा में मणिपुर मुद्दे पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा “मैं इस विषय पर सदन में चर्चा के लिए तैयार हूं। मैं विपक्ष से अनुरोध करता हूं कि इस मुद्दे पर चर्चा होने दें। यह महत्वपूर्ण है कि देश को इस संवेदनशील मामले पर सच्चाई पता चले। लेकिन मुझे समझ नहीं आ रहा है कि आखिर विपक्ष इस मुद्दे पर बहस से भाग क्यों रहा है।”
मणिपुर पर लोकसभा में हंगामा
दूसरी तरफ विपक्ष अपनी मांग पर अड़ा हुआ है, लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते हुए विपक्ष ने नारेबाजी शुरू कर दी। इसके बाद लोकसभा अध्यक्ष को सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। लोकसभा की कार्यवाही कल 25 जुलाई सुबह 11 बजे तक के लिए स्थिगित की गई।
संसद के मानसून सत्र के दौरान सोमवार को राज्यसभा में भी मणिपुर मामले पर पीएम मोदी के बयान की मांग को लेकर विपक्षी सांसदों ने जोरदार नारेबाजी की। विपक्ष के विरोध के दौरान राज्यसभा सभापति ने आप सांसद संजय सिंह को मानसून सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित कर दिया। इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा में कहा था कि हम संसद में चर्चा के लिए तैयार हैं।
राजनाथ ने की खड़गे से बात
रक्षा मंत्री और लोकसभा के उप नेता राजनाथ सिंह ने संसद में मणिपुर के विषय पर जारी गतिरोध को खत्म करने के प्रयास के तहत कांग्रेस अध्यक्ष तथा राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से फोन पर बात की है। विपक्षी दल मानसून सत्र के पहले दिन से ही मणिपुर के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से संसद में वक्तव्य देने और चर्चा की मांग कर रहे हैं। इस मुद्दे पर हंगामे के कारण संसद के मानसून सत्र के पहले दो दिन दोनों सदनों की कार्यवाही बार-बार बाधित हुई।
पीएम अपनी बता पहले सदन के अंदर रखें: खड़गे
इस मामले पर राज्यसभा के नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हम भी चर्चा के लिए तैयार हैं। प्रधानमंत्री मोदी इस मामले पर अपनी बात रखें। अगर 140 लोगों करोड़ लोगों का नेता बाहर प्रेस से बात करता है और 140 करोड़ जनता के प्रतिनिधि अंदर बैठे हैं, तो आप (प्रधानमंत्री) पहले अंदर अपना बयान दीजिए। उसके बाद हम एक निर्णय लेंगे.