मणिपुर हिंसा को लेकर विपक्ष लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से संसद में जवाब मांग रहा है। इसे लेकर पिछले कई दिनों से संसद के मानसून सत्र में हंगामा जारी है। वहीं आज विपक्षी सांसद विरोध में काले कपड़े पहनकर संसद पहुंचे हैं। इसे लेकर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने विपक्ष को जवाब दिया। जिसमें उन्होंने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि इतने गंभीर विषय का राजनीतिकरण किया जा रहा है। ये भारत की अस्मिता का सवाल है। गोयल ने कहा कि काले कपड़े पहनने वाले लोग समझ नहीं पा रहे हैं कि देश की बढ़ती हुई ताकत आज क्या है।
काले कपड़े पर गोयल ने साधा निशाना
केंद्रीय मंत्री ने काले कपड़े पहनकर संसद पहुंचे विपक्षी सांसदों को लेकर कहा कि जिनके मन में काला है, जिनके तन में काला है, इनके दिल में क्या छुपा है? क्या दिल में भी काला है? क्या काला धन छुपाया है? इनके क्या कारनामे हैं, जिन्हें ये दिखाना नहीं चाहते हैं।
‘काले कपड़े पहनने वालों का भविष्य भी काला’
पीयूष गोयल ने संसद परिसर में आम आदमी पार्टी के सांसद राघव चड्ढा पर कौवे के हमला करने की घटना का भी अपने भाषण में जिक्र किया और चुटकी ली। उन्होंने कहा, ऐसे तो आजकल काले कौवे भी इन पर आकर्षित हो रहे हैं। इनका कल भी काला है, आज भी काला है और भविष्य भी काला है। हम नकारात्मक सोच के लोग नहीं है। हमें पूरा विश्वास है कि उनके जीवन में भी अंधेरा छंटेगा और इनकी जिंदगी में भी रौशनी आएगी। काला कपड़ा काला काम, नहीं सहेगा हिंदुस्तान…
पीयूष गोयल के भाषण के बाद एनडीए के तमाम सांसदों ने काला कपड़ा काला काम, नहीं सहेगा हिंदुस्तान के नारे लगाए। वहीं विपक्षी सांसदों ने भी जमकर नारेबाजी की। दोनों तरफ से नारेबाजी को देखते हुए इस दौरान सभापति जगदीप धनखड़ सभी सांसदों को चुप कराते नजर आए। इसके बाद हंगामे के चलते कार्यवाही को स्थगित कर दिया गया।