एसबीआई के अर्थशास्त्रियों ने कहा है कि भारत की जीडीपी दर 2023-24 में 6.5 प्रतिशत रहेगी। देश ने 2014 के बाद से जिस रास्ते को चुना है, उससे पता चलता है कि भारत मार्च 2023 के वास्तविक जीडीपी आंकड़े के आधार पर 2027 तक तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होगा।
देश के सबसे बड़े बैंक SBI के अर्थशास्त्रियों ने वर्ष 2027 तक भारतीय अर्थव्यवस्था के दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था हो जाने का अनुमान जताया है जो पहले जताए गए अनुमान से दो साल कम है। यह रिपोर्ट प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के उस संबोधन के एक दिन बाद आई है जिसमें उन्होंने भरोसा जताया कि भारतीय जनता पार्टी की अगुवाई वाली राजग सरकार के तीसरे कार्यकाल में देश दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा।
रिपोर्ट के मुताबिक भारत को यह मुकाम पिछले अनुमान के मुकाबले दो साल पहले ही प्राप्त होने की संभावना है। पिछले अनुमान में भारत के 2029 में तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की संभावना जतायी गयी थी। फिलहाल भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है।
दिलचस्प बात यह है कि 2022-2027 के बीच भारत की वृद्धिशील वृद्धि ऑस्ट्रेलिया की अर्थव्यवस्था के मौजूदा आकार 1.8 ट्रिलियन डॉलर से अधिक होने की उम्मीद है। रिपोर्ट में कहा गया है। इस दर से, भारत में हर 2 साल में 0.75 ट्रिलियन डॉलर जुड़ने की संभावना है, जिसका मतलब है कि भारत 2047 तक 20 ट्रिलियन डॉलर को छूने के लिए तैयार है, कम से कम मौजूदा आंकड़ों के आधार पर रिपोर्ट में कहा गया है कि जीडीपी में भारत की वैश्विक हिस्सेदारी 4 को पार कर जाएगी।