शोधकर्ता नील्सनआईक्यू ( NielsenIQ) ने अपनी क्वार्टरली रिपोर्ट में कहा कि अप्रैल-जून 2023 क्वार्टर में भारत के तेजी से बढ़ने वाले कस्टमर गुड्स ( FMCG ) क्षेत्र में वॉल्यूम के हिसाब से 7.5% की वृद्धि हुई, जो पिछले आठ क्वार्टर्स में सबसे अधिक है। रिपोर्ट ने कहा की ये वृद्धि ग्रामीण भारत में रिवाइवल और मॉडर्न ट्रेड में उच्च वृद्धि के कारण हुई।
रिसर्चर ने कहा कि वैल्यू के हिसाब से, इस क्वार्टर में इंडस्ट्री की ग्रोथ दर 12.2% रही, जो पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 1.3% अधिक है, जिसकी वजह हाई कंजम्पशन ग्रोथ है। यह वृद्धि दो साल बाद आई है, जब इंडस्ट्री ने उच्च मुद्रास्फीति (High Inflation) से प्रभावित होकर दो साल से अधिक समय तक मूल्य-आधारित वृद्धि देखी थी।
नीलसनआईक्यू ने बताया कि ग्रामीण बाजारों में साल-दर-साल वॉल्यूम में 4% की वृद्धि के साथ कुछ सुधार देखा गया, जबकि पिछले क्वार्टर में 0.3% की फ्लैट वृद्धि हुई थी और पिछले साल के सेम क्वार्टर में 2.4% की गिरावट आई थी। शहरी बाज़ारों में 10.2% की कंजम्पशन ग्रोथ के साथ गति जारी रही, जो पिछले क्वार्टर की 5.3% वृद्धि से दोगुनी है।
ये क्वार्टर (अप्रैल-जून) अब तक डेढ़ साल में सबसे अच्छा क्वार्टर रहा है, जिसमें हम सभी ग्रोथ वेक्टर्स में सकारात्मक प्रगति देख रहे हैं।
नील्सनआईक्यू ने कहा कि खाद्य पदार्थों की श्रेणी में स्टेपल और इंपल्स कैटेगरी के कारण क्वार्टर में 8.5% की वृद्धि देखी गई। नॉन फूड कैटेगरी में 5.4% प्रतिशत की वृद्धि देखी गई।
रिपोर्ट में कहा गया है कि मॉडर्न ट्रेड में 21.1% की दोहरे अंक की खपत वृद्धि देखी जा रही है, जबकि ट्रेडिशनल ट्रेड में इस क्वार्टर में 6.2% की वृद्धि हुई, जबकि पिछली तिमाही में 1.9% की वृद्धि हुई थी।
नीलसनआईक्यू के एमडी सतीश पिल्लई ने कहा, “भारत की इंफ्लेशन दर में नरमी और फूड इंफ्लेशन में गिरावट इंडस्ट्री के लिए अच्छी खबर है। इससे देश भर के रिटेल चैनलों में खर्च को लेकर विश्वास बढ़ा है।”