हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश की वजह से कई इलाकों में बाढ़ और भूस्खलन जैसी स्थिति बन गई है। राज्य में ब्यास नदी उफान पर है। शिमला के समरहिल इलाके के शिव मंदिर में बड़ा हादसा हुआ, जिसमें 25 से 30 लोगों के दबे होने की आशंका जताई जा रही है।
बादल फटने और लैंडस्लाइड से जुड़े हादसों में अब तक 30 लोगों की मौत हो चुकी है, और यह संख्या बढ़ने के आसार हैं। फिलहाल रेस्क्यू टीम में हर जगह पर है और रेस्क्यू अभियान जारी है।
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सोलन के जादोन गांव में बादल फटने से सात लोगों की मृत्यु पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने ट्वीट किया, हमने अधिकारियों को इस कठिन समय में प्रभावित परिवारों को हर संभव सहायता और समर्थन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है।
पुलिस नियंत्रण कक्ष सोलन को मिली सूचना के अनुसार, गांव जादौन डाकघर में बादल फटने की घटना हुई। इससे दो मकान और एक गोशाला बह गई। जादौन गांव में रती राम और इसके बेटे हरनाम के दो मकान भूस्खलन के कारण क्षतिग्रस्त हो गए।
जिला सोलन में रविवार देर रात बादल फटने से बाढ़ के साथ आए मलबे में दो मकान और एक गौशाला बह गई। बादल फटने की इस घटना में पांच लोगों को मौत हो गई, जबकि तीन लापता हैं, टीम ने पांच लोगों को बचा लिया है। इसके अलावा भूस्खलन के चलते कई हाईवे और सड़कें बंद हो गई हैं।