हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश ने तबाही मचा रखी है। दर्जनों लोगों की जान जा चुकी है और कई लोग फंसे हैं। ऐसे में वेस्टर्नस एयर कमांड के हेलीकॉप्टर लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने में अहम भूमिका निभा रहे हैं। पिछले 48 घंटों में एयरफोर्स के चॉपर ने 50 उड़ान भरी है और 800 से ज्यादा लोगों को कांगड़ा जिले में बाढ़ प्रभावित इलाकों से सुरक्षित जगह पर पहुंचाया है।
राहत और बचाव कार्य की जानकारी देते हुए फतेहपुर सब डिविजन के डिप्टी कमिश्नर निपुन जिंदल ने बताया कि 15 अगस्त को बाढ़ की वजह से अलग-अलग जगहों में फंसे 800 से ज्यादा लोगों को बाहर निकाला गया है। आगे भी एनडीआरएफ, भारतीय सेना, वायुसेना की मदद से राहत और बचाव कार्य जारी है। जिन लोगों को रेस्क्यू किया गया उनके लिए सभी जरूरी इंतजाम कर लिए गए हैं।
इससे पहले हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वे किया था। उन्होंने रेस्क्यू ऑपरेशन का भी जायजा लिया। उन्होंने लोगों का हाल जाना और सरकार की ओर से हर संभव मदद मुहैया कराने का आश्वासन दिया। भारी बारिश के चलते जिन लोगों की जान गई है या संपत्ति का नुकसान हुआ है उनके प्रति संवेदना जाहिर की है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं आपको भरोसा दिलाता हूं कि आपके लिए स्पेशल पैकेज जारी करूंगा, खासकर उन लोगों के लिए जहां बाढ़ का प्रकोप ज्यादा रहा है। लोगों को मुआवजे के साथ राहत सामग्री भी दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने प्रशासन को निर्देश दिया है कि रिलीफ कैंप में जो लोग हैं उनका ठीक से खयाल रखा जाए।
हिमाचल प्रदेश में लोगों को मुफ्त खाना, रहने की जगह के साथ मेडिकल सुविधाएं भी मुहैया कराई जा रही हैं। बच्चों और बड़े-बुजुर्गों की देखभाल के लिए मेडिकल टीम को तैनात किया गया है। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि रिलीफ ऑपरेशन के दौरान पर्याप्त दवा, जरूरी सामान और खाद्य सामग्री मुहैया कराई जाए।
बता दें कि हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश की वजह से पिछले तीन दिनों में 71 लोगों की मौत हो चुकी है। आपदा प्रबंधन के मुख्य सचिव ओंकार चंद शर्मा ने बताया कि 13-15 अगस्त के बीच लगातार बारिश की वजह से 71 लोगों की जान जा चुकी है जबकि 7500 करोड़ रुपए की संपत्ति का नुकसान हुआ है।