बीजेपी ने महासचिव कैलाश विजयवर्गीय को भी इंदौर-1 विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है। इस पर कैलाश विजय वर्गीय ने खुद हैरानी जताई। उन्होंने कहा कि वे चुनाव नहीं लड़ना चाहता थे। उन्होंने बताया कि पार्टी की तरफ से कहा गया था कि उन्हें जो कुछ काम मिले उसे मना नहीं करेंगे।
नाम जारी होने के बाद विजयवर्गीय ने इंदौर-1 के सभी बीजेपी कार्यकर्ताओं की सभा बुलाई और उन्हें पूर्ण रुप से सक्रिय होने के लिए अपील की।
उन्होंने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा की जो जिम्मेवारी मुझे पार्टी आलाकमान ने सौंपी है वो आपके बीना पूर्ण सहयोग के संभव नहीं है। आप सभी से अपील है कि आप चुनाव तक मेरी और पार्टी के हृदय बनकर काम करें।
आगे उन्होंने कहा कि हमें सबसे अधिक वोट एकत्रित करना है और हमारी जनता को भटकने से बचाना है। मैं हर दरवाजे पर जाऊंगा और जहां मैं नहीं पहुंच पाऊंगा वहां आपकी जिम्मेवारी है की उधर आप पहुंचें।
उन्होंने कहा मैं भी पार्टी का एक छोटा सा कार्यकर्ता हूं और आप सभी कार्यकर्ताओं के उम्मीद को समझता हुं। आप निश्चिंत रहें, जीत के बाद आपको उचित मान और सम्मान मिलेगा।
वहीं उनका एक बयान सामने आया है कि जिसमें कैलाश विजय़वर्गीय कह रहे हैं कि ‘मेरी तो इच्छा ही नहीं है चुनाव लड़ने की। अब तो मैं बड़ा नेता बन गया हूं चुनाव की इच्छा नहीं है लेकिन पार्टी ने टिकट दे दिया। विजयवर्गीय ने कहा कि अब कौन जाकर वोट के लिए हाथ जोड़े। टिकट मुझे दे दिया है पर अंदर से खुश नहीं हूं।