इज़रायल के प्रति अपना ताजा समर्थन दिखाते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बुधवार को व्हाइट हाउस में एक गोलमेज सम्मेलन में यहूदी समुदाय के नेताओं को संबोधित किया और हमास के हमलों को “निहायत क्रूरता भरा अभियान” बताया.
बाइडेन ने हमास के साथ युद्ध और अमेरिकी बंधकों को मुक्त कराने के प्रयासों के बीच इज़रायल के लिए अपने प्रशासन के समर्थन के बारे में व्यापक टिप्पणी में कहा, “मैंने वास्तव में कभी नहीं सोचा था कि मैं बच्चों के सिर काटते हुए आतंकवादियों की पुष्टि की जाने वाली तस्वीरें देखूंगा.”
व्हाइट हाउस में कार्यक्रम के दौरान, जिसमें लगभग दो दर्जन रब्बियों और यहूदी संगठनों के नेताओं का एक समूह शामिल था, बाइडेन ने ईरान को “सावधान रहने” की चेतावनी भी दी. उन्होंने कहा, “हमने अमेरिकी एयरक्राफ्ट कैरिएर को पूर्वी भूमध्य सागर में ट्रांसफर कर दिया है और हम उस क्षेत्र में और अधिक लड़ाकू विमान भेज रहे हैं, और ईरानियों को स्पष्ट बता दिया है की सावधान रहें. हमास जैसे आतंकवादी समूह न केवल इजराइल के लिए खतरा है, बल्कि पूरी दुनिया के लिए एक बड़ा खतरा हैं. कुछ मामलों में उनकी क्रूरता आईएसआईएस के सबसे घटिया अत्याचारों से भी ज्यादा है.”
इससे पहले बुधवार को, अमेरिकी राष्ट्रपति ने इज़रायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से बात की, दोनों के बीच यह चौथी बार बातचीत थी. बाइडेन ने नेतन्याहू को यह भी आश्वासन दिया कि संयुक्त राज्य अमेरिका इज़रायल को हमास आतंकवादियों से लड़ने में मदद करने के लिए अधिक सैन्य सहायता भेज रहा है. राष्ट्रपति ने कहा, “संयुक्त राज्य अमेरिका को इज़रायल का समर्थन है और मेरा समर्थन भी आपको है.”
मंगलवार को बाइडेन ने पुष्टि की कि हमास द्वारा बंधक बनाए गए लोगों में अमेरिकी नागरिक भी शामिल हैं. व्हाइट हाउस ने बुधवार को कहा कि 17 अमेरिकी लापता हैं. इस बीच, अमेरिकी विदेश विभाग के सचिव एंटनी ब्लिंकन ने हमास के हमलों को “भयावह” बताया और इज़रायल के लिए अमेरिकी समर्थन भी दोहराया. उन्होंने कहा कि हमलों में कम से कम 22 अमेरिकी नागरिक मारे गए हैं.