भारत के चुनाव विश्लेषक प्रदीप भंडारी का लंदन दौरा इन दिनों काफी सुर्खियों में है। उच्चायोग में उनके द्वारा दिया गया भारत के लिए संबोधन सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहा है। उन्होंने जिस तरह से भारत के अंदर बैठे लिबरल लॉबी के प्रोपगंडा को एक्सपोज करते हुए, भारत के वास्तविक विकास यात्रा, विकास नीति और मोदी सरकार की रणनीती का व्याख्यान किया वो बहुत ही अद्भुत है।
बताते चलें कि ‘जन की बात’ के फाउंडर एंड सीईओ प्रदीप भंडारी को लंदन के भारत उच्चायोग के द्वारा आमंत्रित किया गया था। उच्चायोग में उन्होंने अपने संबोधन से अमिट छाप छोड़ दी। उन्होंने भारतीय चुनावों का ऐसे सटीक और विस्तृत विष्लेषण दिया की तालियों की आवाज़ से सभागार गूंज उठा।
हालांकि उन्होंने चुनाव के हर एक पहलू को बताया, खासकर उन्होंने जो भारतीय महीला वोटर को लेकर कहा वह अद्वितीय था। उन्होंने बताया भारत के किसी भी चुनाव में अब महीला एक सबसे मज़बूत और निर्णायक भूमिका में मज़बूत होती दिख रही हैं। महीला वोट जिधर सत्ता उधर ।
उन्होंने आगे भारत की युवाओं और विकास में भागीदारी का मूल मंत्र की भी चर्चा की। उन्होंने भारत की इसरो, नई टेक्नोलॉजी, नई कारीगिरी और कई अहम पहलू पर भी लोगों का ध्यान केंद्रित करवाया।