केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने आज नई दिल्ली में सरकारी ई-मार्केटप्लेस पोर्टल पर सहकारी समितियों की ऑनबोर्डिंग का शुभारंभ किया। भारत सरकार के सहकारिता मंत्रालय, भारतीय राष्ट्रीय सहकारी संघ और जीईएम द्वारा आयोजित कार्यक्रम में केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल, केंद्रीय सहकारिता और उत्तर पूर्व क्षेत्र विकास राज्य मंत्री बीएलवर्मा और भी शामिल हुए।
अमित शाह ने कहा कि आज का दिन भारतीय इतिहास का बहुत महत्वपूर्ण दिन है। 1942 में 9 अगस्त को गांधीजी ने ब्रिटिश शासन के खिलाफ भारत छोड़ो आंदोलन शुरू किया था और आज 9 अगस्त को आजादी का अमृत महोत्सव के अवसर पर एक और महत्वपूर्ण कार्य हो रहा है, जिसमें देश में सहकारी समितियों को GeM तक पहुंच प्रदान की गई है। उन्होंने कहा कि सहकारी क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं और GeM पोर्टल इस क्षेत्र के विस्तार के लिए बहुत उपयोगी मंच होगा। केंद्रीय सहकारिता मंत्री ने कहा कि सरकार की अधिकांश इकाइयां GeM के माध्यम से खरीदारी करती हैं, इसलिए सहकारी समितियों को भी अपना बाजार बढ़ाने के लिए GeM पर आपूर्ति के लिए पंजीकरण की तैयारी शुरू कर देनी चाहिए। उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय सहकारी संघ (एनसीयूआई) से सहकारी समितियों के विपणन का विस्तार करने की भी अपील की और इसके लिए GeM से बेहतर कोई तरीका नहीं हो सकता है।
अमित शाह ने कहा कि अर्थव्यवस्था में जनसंख्या का आकार एक बड़ा लाभ है, क्योंकि अंततः जनसंख्या ही बाजार भी है। 2014 तक भारत की जनसंख्या 130 करोड़ थी, लेकिन बाज़ार केवल 60 करोड़ था, क्योंकि 70 करोड़ लोगों के पास क्रय क्षमता नहीं थी। 60 करोड़ लोग अपने अगले भोजन और अन्य बुनियादी जरूरतों के बारे में चिंतित थे और पीढ़ियों को उसी कठिनाई से गुजरना पड़ा। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने गरीबों के लिए बैंक खाते खोले, गैस सिलेंडर, शौचालय, बिजली, शुद्ध पेयजल और खाद्यान्न निःशुल्क उपलब्ध कराया और परिणामस्वरूप इन 60 करोड़ लोगों की बुनियादी जरूरतों को पूरा करके उनकी आकांक्षाओं को जागृत किया और सहकारी समितियों में सभी को पूरा करने की क्षमता है।