सेव कल्चर सेव भारत फाउंडेशन के 1 वर्ष पूरे हो गए। इस अवसर पर दिल्ली के प्रधानमंत्री म्यूजियम में एक कार्यक्रम रखा गया, जिसमें फाउंडेशन का रिपोर्ट कार्ड जारी किया गया। इसमें बताया गया कि किसी तरह से व्यभिचार देश को सांस्कृतिक रूप से खोखला कर रहा है और भारत के युवाओं को भटका रहा है।
फाउंडेशन के प्रमुख उदय माहुरकर ने जन की बात से बात करते हुए कहा, “एक ओर भारत आगे बढ़ रहा है लेकिन अश्लील फिल्मों और ओटीटी के माध्यम से समाज में गंदगी भी फैलाई जा रहा है। हम इसके खिलाफ मुहीम को आगे लेकर जा रहे हैं क्योंकि आधुनिक भारत नई ऊंचाइयां हासिल कर रहा है लेकिन क्या हम सांस्कृतिक रूप से कंगाल देश बन रहे हैं?”
'India is progressing on multiple fronts but the sad part is that some perverted forces through films & OTT are trying to destroy India's cultural identity. My aim is to ensure that such people who promote the rape culture be treated as anti nationals and be tried under sedition… pic.twitter.com/XSqUzAgbDd
— Jan Ki Baat (@jankibaat1) December 28, 2023
उदय माहुरकर ने कहा, “हम लॉ ऑफ़ एथिक्स कोर्ट की मांग कर रहे हैं। इस कानून के माध्यम से कोई अश्लीलता को बढ़ावा देता है तो ऐसी पिक्चरों के डायरेक्टर, एक्टर, फोटोग्राफर समेत तमाम जिम्मेदार लोगों को खिलाफ देशद्रोह जैसा मुकदमा चले और उनको कड़ी से कड़ी और लंबी सजा हो। इस कानून के तहत 3 साल तक आरोपियों को बेल ना मिले और 3 महीने के अंदर ट्रायल पूरा हो।”