ओडीएफ और स्टार रेटिंग में इंदौर लगातार 7वें साल नंबर वन की दौड़ में आगे है। ओडीएफ और स्टार रेटिंग के परिणाम में इंदौर 7 स्टार और भोपाल 5 स्टार वाला शहर बन गया है। 11 जनवरी को दिल्ली में एक कार्यक्रम होने जा रहा है। इसमें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू भोपाल और इंदौर को सम्मानित करेंगी। इसको लेकर जन की बात के संस्थापक और सीईओ प्रदीप भंडारी ने बताया कि कैसे इंदौर स्वच्छता में नंबर वन बना हुआ है।
प्रदीप भंडारी ने X पर लिखा, “मुझे खुशी है कि हम इंदौरियों को स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 में जीएफसी (कचरा मुक्त श्रेणी) के तहत 7 स्टार रेटिंग मिली है। पीएम नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत मिशन को आगे बढ़ाने में इंदौर सबसे आगे है। यह माननीय प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण को लागू करने वाले उत्कृष्ट स्थानीय प्रशासन और लोगों की भागीदारी से हासिल किया गया है।”
I am delighted that We Indoris bag 7 star rating under GFC( Garbage Free Category) as pet Swacch Sarvekshan 2023.
Indore leads in taking PM @narendramodi's Swatcch Bharat Mission Forward.
This has beeen achieved by excellent local governance, & people's participation…
— Pradeep Bhandari(प्रदीप भंडारी)🇮🇳 (@pradip103) January 8, 2024
प्रदीप भंडारी ने आगे कहा, “मुझे 2016 याद है जब हमें माननीय प्रधानमंत्री के ‘स्वच्छ इंदौर’ के दृष्टिकोण को पूरा करने की शपथ लेने के लिए इंदौर के 100 से अधिक स्कूलों को इकट्ठा करने का अवसर मिला था। तब शपथ वर्तमान शहरी विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय जी ने दिलाई थी। इंदौर के स्वच्छता मॉडल का विश्व स्तर पर अध्ययन किया जाना चाहिए ताकि यह समझा जा सके कि कैसे एक शहर जो गंदगी से भरा था, वह लगातार 6 वर्षों तक देश का सबसे स्वच्छ शहर बन गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘जनभागीदारी’ के सिद्धांत और कैलाश विजयवर्गीय जैसे नेताओं के कारण इंदौर इसे संभव बना सका, जो शहर के विकास के प्रति जुनूनी हैं।”