अयोध्या श्रीराम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास बताया कि अगले 11 दिनों तक अनुष्ठान के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किस तरह के नियमों का पालन करेंगे। उन्होंने हर एक पहलू की जानकारी मिडिया मके साथ साझा कि।
बताते चलें कि राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा है कि प्रधानमंत्री इस दौरान केवल फलाहार या दूध से बना हुआ आहार लेंगे ।प्रधानमंत्री को जमीन पर सोना होगा। ग्यारह दिन तक इन सख्त नियमों का पीएम मोदी को पालन करना होगा। वहीं प्रधानमंत्री की जगह अयोध्या में 21 जनवरी तक कोई और उनके प्रतिनिधि के तौर पर होंगे।
राम मंदिर के मुख्य पुजारी ने कहा है कि प्रधानमंत्री रामलला के आँखों से पट्टी खोलेंगे, शीशा दिखाएँगे, काजल लगाएँगे। इसके बाद रामलला को वस्त्र पहनाया जाएगा और पूजा आरती के बाद भोग लगाया जाएगा। जानकारी के मुताबिक इसके लिए 12:20 का समय सबसे उत्तम है, इसलिए उसी समय पूरा कार्यक्रम शुरू होगा।
राम मंदिर कार्यक्रम को लेकर प्रधानमंत्री के अलावा और कई गणमान्य लोगों को न्योते दिए गए हैं। कांग्रेस पार्टी को भी आमंत्रित किया गया था पर कांग्रेस ने जाने से मना कर दिया है। कांग्रेस ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी धर्म और भगवान राम का इस्तेमाल राजनीति के लिए कर रही है।