वित्तीय सेवा सचिव विवेक जोशी ने बीते सोमवार को जानकारी देते हुए कहा कि बीमा क्षेत्र में दिसंबर 2014 से जनवरी 2024 तक प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के रूप में 53,900 करोड़ रुपये का निवेश हुआ है। उन्होंने कहा कि यह सरकार द्वारा विदेशी पूंजी प्रवाह मानदंडों के उदारीकरण का परिणाम है।
हालांकि जोशी ने बताया कि बीमा मध्यस्थों के लिए स्वीकार्य एफडीआई सीमा 2019 में बढ़ाकर 100 प्रतिशत कर दी गई थी। परिणामस्वरूप बीते दिसंबर 2014 और जनवरी 2024 के बीच बीमा कंपनियों में 53,900 करोड़ रुपये का एफडीआई प्राप्त हुआ है।
बताते चलें कि इंश्योरेंस रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने अगस्त 2000 में बीमा क्षेत्र में पंजीकरण के लिए आवेदन के निमंत्रण के साथ बाजार खोला था और विदेशी कंपनियों को 26 प्रतिशत तक स्वामित्व की अनुमति थी।