ओल्ड ब्रिज म्यूचुअल फंड के केनेथ एंड्रेड का कहना है कि भारतीय अर्थव्यवस्था गोल्डीलॉक्स अवधि में प्रवेश कर रही है, जिसमें विकास के लिए आदर्श स्थितियां हैं। रिपोर्ट में निवेशकों को सलाह दी गई है कि बाजार में कम मूल्यांकित अवसरों की कमी के कारण उन्हें विकास व्यवसायों से जुड़ना चाहिए।
गोल्डीलॉक्स परिदृश्य एक अर्थव्यवस्था के लिये आदर्श स्थिति का वर्णन करता है जहाँ अर्थव्यवस्था बहुत अधिक विस्तार या संकुचन नहीं कर रही है। गोल्डीलॉक्स अर्थव्यवस्था में स्थिर आर्थिक विकास होता है, जिससे मंदी को रोका जा सकता है, लेकिन इतनी अधिक वृद्धि नहीं होती कि मुद्रास्फीति बहुत अधिक बढ़ जाए।
बताते चलें कि अगले कुछ महीनों तक खाद्य पदार्थों की कीमतें ऊँची रहने की आशंका है। जुलाई के आँकड़ों के अनुसार अनाज व दालों (दोनों में कुल 13%) मसालों 21.6%, दूध 8.3% के साथ-साथ सब्जियों की कीमतों 37.3% में वृद्धि देखी गई है।
सरकार को संतुलित बजट बनाए रखने, अनावश्यक व्यय को कम करने और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने वाले सुधारों एवं उपायों के माध्यम से राजस्व अर्जन को बढ़ावा देने पर ध्यान देना चाहिये।