प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आसियान सम्मेलन में शामिल होने के लिए लाओस दौरे पर हैं। उनके दौरे का आज दूसरा दिन है। शिखर सम्मेलन के दौरान पीएम मोदी ने आसियान के प्रमुख नेताओं व अन्य देशों के प्रमुखों को भारत में निर्मित कुछ खास तोहफे उपहार में दिए हैं। न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन को प्रधानमंत्री मोदी ने लैंप का सेट तोहफे में दिया है। यह कोई साधारण लैंप नहीं बल्कि महाराष्ट्र के कारीगरों की ओर से बनाया गया चांदी का लैंप है, जिसके ऊपर दो बेहद सुंदर मोर बने हुए हैं।
झालर वर्क और कीमती पत्थरों वाली यह सिल्वर लैंप जोड़ी भारतीय शिल्प कौशल की एक उत्कृष्ट कृति है। इस शानदार पीस को खरीदें और महाराष्ट्र की कारीगरी विरासत की खूबसूरती का अनुभव करें। सिल्वर लैंप की यह बेहतरीन जोड़ी पारंपरिक भारतीय कारीगरों की बेजोड़ शिल्प कौशल को दर्शाती है। 92.5% चांदी से बने ये लैंप कोल्हापुर की चांदी की कलात्मकता की कालातीत सुंदरता के प्रमाण हैं, जो अपनी डिटेलिंग और बेहतरीन धातु के काम के लिए प्रसिद्ध है। इन लैंप में बेहतरीन झालर वर्क है, जो नाजुक फ्रिंज या लेस जैसा एक जटिल और अलंकृत विवरण है, जो डिजाइन में सुंदरता और तरलता का एहसास देता है।
यह परिष्कृत शिल्प कौशल कारीगरों के कौशल को उजागर करता है जो चांदी को सावधानीपूर्वक तराशते और जटिल पैटर्न में ढालते हैं, जो प्राचीन तकनीकों को संरक्षित करने के प्रति उनके समर्पण को दर्शाता है। जो चीज इस जोड़ी को सबसे अलग बनाती है, वह है माणिक की सजावट, जिसे ध्यान से जड़ा गया है दीयों की भव्यता को बढ़ाने के लिए। इन दीयों में लाल और हरे रंग के माणिक जड़े हुए हैं, जो न केवल एक शाही आकर्षण प्रदान करते हैं, बल्कि चमकदार चांदी की सतह के खिलाफ जीवंत रंग विपरीतता भी जोड़ते हैं। लाल और हरे रंग के माणिक का चयन समृद्धि, ऊर्जा और सद्भाव का प्रतीक है, जो पारंपरिक भारतीय सजावट के हिस्से के रूप में उनके महत्व को और गहरा करता है, जिसका उपयोग अक्सर शुभ अवसरों या उत्सवों के दौरान किया जाता है। प्रत्येक माणिक को सावधानीपूर्वक चुना जाता है और समग्र डिज़ाइन को पूरक बनाने के लिए रखा जाता है, जो प्रकाश को इस तरह से प्रतिबिंबित करता है कि दीयों की भव्यता बढ़ जाती है।
चांदी के दीयों की यह उत्तम जोड़ी भारतीय शिल्प कौशल की समृद्ध विरासत को दर्शाती है, जो परंपरा को जटिल कलात्मकता के साथ मिलाती है।