प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को भारत मंडपम में भारत में संयुक्त राष्ट्र के अंतरराष्ट्रीय दूरसंचार संघ की ओर से आयोजित किए जाने वाली विश्व दूरसंचार मानकीकरण सभा का उद्घाटन किया। इसके अलावा वे भारत मोबाइल कांग्रेस के आठवें संस्करण का भी उद्घाटन किया। विश्व दूरसंचार मानकीकरण सभा सम्मेलन चार वर्षों के अंतराल पर आयोजित किया जाता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में 6G का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि भारत 6G को रोलआउट करने की दिशा में कर रहा है और 5G को पहले ही सफलतापूर्वक लॉन्च कर चुका है। भारत 5G टेलीकॉम मार्केट में दुनिया का दूसरा देश है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “बीते 10 साल में भारत मोबाइल फोन निर्यात करने वाला देश बन चुका है। इससे पहले मोबाइल फोन को भारत में इंपोर्ट किया जाता था। आज भारत दूरसंचार और इससे जुड़ी प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में दुनिया के सबसे अधिक सक्रिय देशों में से एक है।”
India's strides in the world of telecom are a global case study. For us, this sector is not merely about connectivity – it is as much about equity and opportunity. We have emphasised on a 'Digital First' approach which has led to substantial benefits. pic.twitter.com/ixl6xMXDv8
— Narendra Modi (@narendramodi) October 15, 2024
पीएम मोदी ने आगे कहा, “आज भारत क्वालिटी सर्विस पर बहुत ज्यादा फोकस कर रहा है। हम अपने स्टैंडर्ड पर भी विशेष बल दे रहे हैं। वर्ल्ड टेलीकम्युनिकेशन स्टैंडर्डाइजेशन असेंबली और इंडिया मोबाइल कांग्रेस पूरी दुनिया को कनेक्टिविटी के जरिए सशक्त करने की बात करती है। आज संघर्षो से भरी दुनिया के लिए कनेक्टिविटी की बहुत जरूरत है। आदि काल से ही भारत ‘वसुधैव कुटुंबकम’ की भावना का पालन करता आ रहा है। भारत दुनिया को संघर्ष से बाहर निकालकर कनेक्ट करने को हमेशा प्रयासरत रहा है। प्राचीन सिल्क रूट से आज के टेक्नोलॉजी रूट तक, भारत का एक ही मकसद रहा है दुनिया को कनेक्ट करना और प्रगति के नए रास्तों को खोलना।”