प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार लगातार आम जनता से जुड़े फैसले लेती रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जन औषधि केंद्रों की शुरुआत की थी। इसके माध्यम से सरकार का लक्ष्य आम जनता को सस्ती दवाएं मुहैया कराना था। इसका फायदा करोड़ों आम जनता को होता आ रहा है। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रदीप भंडारी दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में स्थित जन औषधि केंद्र पर पहुंचे और वहां पर जाना कि आखिर में कैसे जन औषधि केंद्रों से लोगों की करोड़ों की बचत हो रही है।
वहां पर प्रदीप भंडारी ने जन औषधि केंद्र को संचालित करने वाले व्यक्ति से बात की, जिसने उन्हें बताया कि दवाओं के दाम यहां पर 90 फ़ीसदी तक काम हो गए। जो दवा 200 रुपये की मिलती थी, उसकी कीमत यहां पर 20 रुपये है। वहीं जो दवा 600 रुपये की है, उसकी कीमत 70-80 रुपये है।
ऐसे ही एक व्यक्ति मिले जिनकी मां को डायबिटीज है और वह जन औषधि केंद्र दवा लेने आते हैं। उन्होंने बताया कि पहले जो दवाई उन्हें 5 हजार की मिलती थी, वह अब 700-800 रुपये में मिल जाती है। वहीं जन औषधि केंद्र को संचालित करने वाले कहते हैं कि हर दिन 500 से अधिक मरीज आते हैं और दवाई लेकर जाते हैं। उनके 90 फ़ीसदी तक पैसे बचते हैं। देश भर में ऐसे 15000 से अधिक जन औषधि केंद्र हैं।