प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का तीन घंटे लंबा पॉडकास्ट रिलीज हो चुका है। मशहूर अमेरिकी पॉडकास्टर लेक्स फ्रिडमैन ने पीएम मोदी के साथ बात करने से पहले 45 घंटे का उपवास रखा। पीएम नरेंद्र मोदी ने अपनी ताकत को 140 करोड़ भारतीयों और उनकी सांस्कृतिक विरासत से जोड़ा, यह कहते हुए कि वे शांति और सामंजस्य के पक्षधर हैं। पीएम मोदी ने बातचीत के दौरान RSS की जमकर तारीफ की और बताया किस तरह से आरएसएस ने उनके जीवन को बदल दिया।
पीएम मोदी ने पॉडकास्ट में कहा, “बचपन में RSS की सभाओं में जाना हमेशा अच्छा लगता था। मेरे मन में हमेशा एक ही लक्ष्य रहता था, देश के काम आना। यही RSS ने मुझे सिखाया। RSS इस साल 100 साल पूरे कर रहा है। RSS से बड़ा कोई ‘स्वयंसेवी संघ’ दुनिया में नहीं है। RSS को समझना आसान काम नहीं है, इसके कामकाज को समझना होगा। यह अपने सदस्यों को जीवन का उद्देश्य देता है। यह सिखाता है कि राष्ट्र ही सब कुछ है और समाज सेवा ही ईश्वर की सेवा है।”
Here's my conversation with @narendramodi, Prime Minister of India.
It was one of the most moving & powerful conversations and experiences of my life.
This episode is fully dubbed into multiple languages including English and Hindi. It's also available in the original (mix of… pic.twitter.com/85yUykwae4
— Lex Fridman (@lexfridman) March 16, 2025
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा, “हमारे वैदिक संतों और स्वामी विवेकानंद ने जो सिखाया है, संघ भी यही सिखाता है। RSS के कुछ सदस्यों ने शिक्षा में क्रांति लाने के लिए ‘विद्या भारती’ नामक संगठन की शुरुआत की। उनके देश भर में करीब 25 हजार स्कूल चलते हैं, एक समय में 30 लाख छात्र इन स्कूलों में पढ़ते हैं। वामपंथियों द्वारा प्रचारित श्रमिक आंदोलन ‘दुनिया के मजदूरों, एक हो जाओ!’ का नारा लगाते हैं, जबकि RSS का श्रमिक संगठन ‘मजदूरों, दुनिया को एक करो!’ का नारा लगाता है।”