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12 महीनों में तेजी से बदली दुनिया… जानें AGM की बैठक में गौतम अडानी ने क्या कहा

अडानी ग्रुप की वार्षिक आम बैठक के दौरान ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी ने संबोधन दिया। उन्होंने मंगलवार को कहा कि ग्रीन भारत में विश्व का सबसे बड़ा अक्षय ऊर्जा पार्क बन रहा है और ये अंतरिक्ष से भी दिखेगा। गौतम अडानी ने कहा कि नवीकरणीय और पंप हाइड्रो प्रोडक्शन कैपिसिटी और थर्मल को मिलाकर अडानी ग्रीन की क्षमता 2030 तक 100 गीगावॉट की होगी।

गौतम अडानी ने कहा कि जब हौसला हो तो फिर फासला क्या है। उन्होंने कहा कि लहरों से डरकर नौका पार नहीं होती। पाकिस्तान के खिलाफ पहलगाम की घटना के बाद भारतीय सेना की तरफ से चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र करते हुए उन्होंने भारतीय जवानों की भी तारीफ की। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर से दुश्मन को कड़ा संदेश जाएगा और इतिहास हमेशा लड़ने वालों को याद रखता है। उन्होंने कहा कि पिछले 12 महीनों के दौरान दुनिया तेजी के साथ बदली है, लेकिन, मुश्किलों में नेतृत्व करना बड़ी बात है। गौतम अडानी ने कहा कि भारत शांति की कीमत भी जानता है और कड़े जवाब देना ही उसे अच्छे से आता है। अडानी समूह के चेयरमैन धारावी प्रोजेक्ट का जिक्र करते हुए कहा कि ये हमारे लिए बड़ा मिशन है।

गौतम अडानी ने आगे कहा कि अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस ने स्मार्ट मीटरिंग, हाई-वोल्टेज लिंक को संभालते हुए देश के ग्रिड फ्यूचर के लिए तैयार किया है। इसकी वजह से ट्रांसमिशन ऑर्डर में लगभग 44 हजार करोड़ रुपए हासिल किए हैं। उन्होंने आगे कहा कि वे एक ऐसा समूह का प्रमाण है, जो बाधाओं से इतर सपने को देखने की हिम्मत करता है। अडानी ने आगे कहा कि अडानी पावर ने 100 बिलियन यूनिट उत्पादन का आंकड़ा पार किया, ये कभी भी पहले किसी प्राइवेट सेक्टर की कंपनी ने हासिल नहीं किया। गौतम अडानी ने कहा कि साल 2030 तक 31 गीगावॉट क्षमता तक पहुंचने के रास्ते पर आगे बढ़ रहे हैं।

गौतम अडानी ने कहा, “मिडिल ईस्ट में जंग छाई हुई है, जिसका असर ऊर्जा और लॉजिस्टिक्स पर पड़ रहा है। इस जंग की वजह से तेल-गैस की सप्लाई और कीमतों में दिक्कतें आ रही हैं। यूरोप में आर्थिक भरोसा कमजोर हो रहा है और अमेरिका भी अपनी मुश्किलों से जूझ रहा है। लेकिन इन सबके बीच भारत ने कमाल कर दिखाया।”

अमेरिकी विदेश मंत्रालय और FCC से जुड़े आरोपों पर गौतम अडानी ने जवाब दिया। उन्होंने कहा, “जब अडानी ग्रीन एनर्जी पर अमेरिकी विदेश मंत्रालय और FCC से जुड़े आरोप लगे, तो खूब हंगामा हुआ। लेकिन सच ये है कि अडानी ग्रुप का कोई भी शख्स FCPA तोड़ने या न्याय में बाधा डालने का दोषी नहीं ठहराया गया। ये आरोप बेबुनियाद हैं। ग्रुप हमेशा नियमों का पालन करता है और पारदर्शिता के साथ काम करता है।”

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