बिहार विधानसभा चुनाव के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार दौरे पर हैं। कटिहार में एक जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने एनडीए के प्रत्याशियों के लिए वोट मांगा था। कटिहार में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजद प्रमुख लालू प्रसाद और उनके बेटे तेजस्वी यादव पर करारा हमला बोला। उन्होंने तेजस्वी का नाम लिए बिना उनसे पूछा कि आखिर उन्हें अपने पिता का नाम लेने और उनके शासनकाल का जिक्र करने में इतना डर क्यों लग रहा है।
पीएम मोदी ने कहा, “राजद-कांग्रेस के पोस्टर देखिए, एक नेता बरसों तक बिहार के मुख्यमंत्री रहे लेकिन उनकी फोटो कोने में कर दी गई है। चुनाव प्रचार के दौरान आपको अपने पिता का नाम लेने में क्या डर है, उनके शासनकाल के बारे में यह लुका छिपी क्यों? लालटेन, पंजा और लाल झंडा वाले लोगों ने बिहार को दशकों तक बेहाल रखा, और इनके एजेंडे में कभी विकास था ही नहीं। जिनका रिकॉर्ड रंगदारी, फिरौती और अपहरण का है, मिलों और फैक्ट्रियों में ताले लगवाने का है, वो बिहार में उद्योग नहीं ला सकते हैं।”
पीएम मोदी ने दोहराया कि एनडीए ने बिहार के एक करोड़ युवाओं को नौकरी देने की घोषणा की है, और रोजगार कैसे देंगे, इसका पूरा प्लान भी बताया है। प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस और राजद पर राष्ट्रीय सुरक्षा और बिहार की संस्कृति के अपमान का गंभीर आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस ने छठ को ‘ड्रामा’ कहा है, इसलिए बिहार की जनता का गुस्सा राजद पर निकलेगा और उसकी हार होगी। पीएम मोदी ने आरोप लगाया कि सीमांचल की जनसांख्यिकी बदलने की कोशिशें घुसपैठ के जरिए जारी हैं, और राजद-कांग्रेस वोट के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता कर रही है।
