राजस्थान कांग्रेस में राजनीतिक संकट गहराता जा रहा है। एक तरफ सचिन पायलट जो कि राजस्थान की राजनीति में एक बड़ा चेहरा माने जाते है। 30 विधायकों के साथ कांग्रेस के साथ बगावत करने के बाद, उन्हें कांग्रेस पार्टी ने राजस्थान के डिप्टी सीएम और प्रदेश अध्यक्ष के पद से हटा दिया है। इसके साथ ही कांग्रेस ने युवा कांग्रेस के अध्यक्ष मुकेश भाकर को भी उनके पद से हटाकर गणेश घोघरा को नया अध्यक्ष बनाया है। जिसके बाद पायलट को अब युवा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष मुकेश भाकर का भी साथ मिलता हुआ नजर आ रहा है। मुकेश भाकर ने सचिन पायलट के पक्ष में ट्वीट किया, जमकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधा और कहा कि
“मैं तो चुनाव जीतकर यूथ कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष बना हूं। अशोक गहलोत कौन होते है, मुझे हटाने वाले अशोक गहलोत और उनके मंत्री विधायक तो पहले ही एक किसान और फौजी को बेटे को हराने में लगे हुए थे।”
मैं तो चुनाव जीतकर यूथ कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष बना हूँ।
अशोक गहलोत कौन होते है मुझे हटाने वाले।
अशोक गहलोत और उनके मंत्री- विधायक तो पहले ही एक किसान-फौजी के बेटे को हराने में लगे हुए थे।— Mukesh Bhakar (@MukeshBhakar_) July 14, 2020
आपको बता दें कि मुकेश भाकर वर्तमान में राजस्थान के नागौर जिले से लाडनूं विधानसभा के विधायक है। मुकेश भाकर नागौर जिले में आसपास के इलाकों के जाटों में अच्छी पकड़ मानी जाती है।
युवा कांग्रेस अध्यक्ष पद के बर्खास्तगी से पहले ही मुकेश भाकर ने अशोक गहलोत के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। जिसमें उन्होंने ट्वीट करके कहा कि
“जिंदा हो तो जिंदा नजर आना जरूरी है
उसूलों पर आंच आए तो टकराना जरूरी है”
कांग्रेस में निष्ठा का मतलब है अशोक गहलोत की गुलामी वो हमें मंजूर नहीं है।
" जिंदा हो तो जिंदा नजर आना जरूरी है
उसूलों पर आंच आए तो टकराना जरूरी है"कांग्रेस में निष्ठा का मतलब है अशोक गहलोत की गुलामी।
वो हमें मंजूर नहीं।— Mukesh Bhakar (@MukeshBhakar_) July 13, 2020
वहीं दूसरी तरफ सूत्रों के हवाले से कांग्रेस सेवा दल के राकेश पारीक , जो कि कांग्रेस के मसूदा से विधायक भी है। पायलट के साथ खड़े नजर आ रहे है।