अमन वर्मा (जन की बात)
उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले में संक्रमित के संपर्क में आए दो और पुलिसकर्मी समेत 24 की रिपोर्ट सोमवार को पॉजिटिव आई है। इसमें सबसे अधिक संक्रमित शहरी क्षेत्र के अलग-अलग मोहल्लों में मिले हैं,जहां मरीजों के मोबाइल पर पॉजिटिव होने की सूचना मिलते ही हड़कंप मच गया। सुबह ही मेडिकल टीम संक्रमितों को लेकर कोविड केयर सेंटर पहुंची, तो कुछ लोगों को जिन्हे माइल्ड सिम्पटम्स थे उन्हें होम आइसोलेशन के लिए सशर्त शपथ पत्र भरवाया गया। ऐसे में अब जिले में कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या 730 पहुंच गई है।
इनमें से 492 मरीज स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं। इसके अलावा नौ की मौत हो चुकी है। उधर एक्टिव का आंकड़ा 228 तक पहुंच गया है। इसके अलावा अब तक 17 हजार 761 के स्वैब की सैंपलिंग हुई है। जिसमें 13 हजार 110 निगेटिव और 2,406 की रिपोर्ट आना बाकी है।
कोविड-19 टेस्टिंग सेंटर पर एक दिन में लगभग 250-300 टेस्ट करवाए जा रहे हैं, जिसमे से 30-40 टेस्ट ट्रू – नेट मशीन द्वारा कि जा रही है, और बाकी के सैंपल्स को वाराणसी के BHU भेजा जा रहा है। सेंटर पर मौजूद कर्मचारियों ने बताया कि ट्रु – नेट मशीन से टेस्ट के नतीजे 20 में आ जाते हैं मगर जो सैंपल BHU जाता है, उसके नतीजे आने में 5 दिन या उससे ज़्यादा भी लग जाते है।
देर रात आयी 22 लोगों की रिपोर्ट में एसपी आवास में तैनात एक पुलिसकर्मी और पुलिस लाइन का एक आरक्षी संक्रमित पाया गया। अब मेडिकल टीम इसमें से अधिकांश मरीजों को कोविड केयर सेंटर में लाने में जुटी हुई हैं। वहीं कुछ मरीज जिनमें लक्षण कम हैं, उन्हें सशर्त होम आइसोलेट करने की तैयारी भी शुरू कर दी है। साथ ही इनके संपर्क में आए संदिग्धों को चिह्नित करने के लिए सर्वे टीम सूची बना रही है, जिससे संक्रमण के फैलाव को रोका जा सके।
आपको बता दें कि अब ज़िले के शहरी क्षेत्र में कोरोना ज़्यादा तेज़ी से फैल रहा है, जिसकी वजह से जिला अधिकारी ने शहर के बाजारों को अब केवल सुबह 10 से शाम 5 बजे तक खोलने की अनुमति दी है।