आज दोपहर 12:00 बजे आरबीआई के गवर्नर शशिकांत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके, 4 अगस्त से 6 अगस्त तक चली मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी के फैसलों की जानकारी दी।
रिपो रेट में नहीं हुआ बदलाव
आरबीआई ने मॉनेटरी पॉलिसी में रेपो रेट में कोई भी बदलाव नहीं किया है। उसे रेपो रेट को यथावत 4% रखा गया है। इसके साथ ही रिवर्स रेपो रेट (3.35%) में भी कोई बदलाव नहीं किया गया है। जिस कारण आपको लोन की ईएमआई में छूट नहीं मिलेगी।
मोरटोरियम हुआ खत्म
लॉकडाउन के चलते बैंक ईएमआई पर मिलने वाली छूट 31 अगस्त को खत्म हो रही है। आरबीआई द्वारा मोरटोरियम पीरियड को नहीं बढ़ाया गया है। आपको बता दें, कि आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने कहा था। सरकार द्वारा दिए गए इस मोरटोरियम को तुरंत खत्म कर देना चाहिए। इससे लोन की किस्त चुकाने वाले लोगो में दोबारा किस्त जमा करने की आदत को शुरू करने में मुश्किल होगी क्योंकि लोगों के पास किस्तों जमा करने के लिए के पास फंड नहीं होगा। वही कुछ बैंकों के अधिकारियों ने भी इसके दुरुपयोग की आशंका के चलते विरोध किया।
वित्त वर्ष 2020-21 में नेगेटिव ग्रोथ का अनुमान
आरबीआई ने वित्त वर्ष 2020-21 ने नेगेटिव ग्रोथ का अनुमान जताया है। कोरोना वायरस के चलते मार्च से जून तक लॉकडाउन और देश में अंशिक लॉकडाउन और मांग में कमी के चलते, इस वित्त वर्ष जीडीपी ग्रोथ नेगेटिव रह सकती है। आरबीआई ने कहा कि इस साल अच्छी बारिश के चलते ग्रामीण इलाकों की जीडीपी शहरी इलाकों की अभी अच्छा प्रदर्शन करेगी।
कर्ज की लागत पिछले एक दशक के निचले स्तर पर है
आरबीआई गवर्नर ने कहा कि कर्ज की लागत पिछले एक दशक में सबसे निचले स्तर पर है। आरबीआई द्वारा उठाए गए कदमों के चलते बाजार में लिक्विडिटी बढ़ी है। जिसका एनबीएफसी और नॉन एनएनएफसी कंपनियों को फायदा होगा। अब बैंक और एनबीएफसी गोल्ड ज्वेलरी पर 90% तक लोन दे सकते हैं। आरबीआई ने कहा कि कोरोना वायरस के प्रभाव से राहत देने के लिए कंपनियों और व्यक्तिगत कर्जदारों के ऋण का पुनर्गठन किया जाएगा।
खाद्य सामग्रियों की महंगाई बढ़ने के आसार
कोरोना वायरस के कारण सप्लाई चैन में दिक्कतों की वजह से, खाद्य सामग्रियों में महंगाई बढ़ने की आशंका जताई गई है। उन्होंने कहा कि इस साल जून में वार्षिक महंगाई दर मार्च के 5.85% के मुकाबले 6.09% हो गई है।