विशाल पांडेय, जन की बात
देश में 1990 के समय जम्मू कश्मीर में कश्मीरी पंडितों के साथ जो नरसंहार हुआ था उसको देश कभी नही भूल पाएगा,अब 2021 चल रहा है और हमें जम्मू कश्मीर में कई छोटे बड़े बदलाव देखने को मिले जिसमें जम्मू कश्मीर से धारा 370 को केंद्र सरकार द्वारा हटाना सबसे बड़ा और ऐतिहासिक बदलाव है,धारा 370 के हटते ही जम्मू कश्मीर के कुछ लोगों और राजनीतिक दलों में बौखलाहट साफ तौर पर नजर आई,एक दल ने इसका विरोध किया तो वहीं दूसरे दल ने इसको नए अवसर के तौर पर देखा।
धारा 370 हटने के बाद पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान को सबसे बड़ा झटका लगा जिसके बाद पाकिस्तान अपने असली रंग दिखाने लगा है,धारा 370 के हटने के बाद कश्मीर में आतंकी हमलों की तादाद में तेजी से बढ़ोतरी हुई है अगर मौजूदा समय की बात करें तो पिछले 5 दिनों में जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों द्वारा 7 हत्या हुई है ये हत्याएं 2 अक्टूबर से 7 अक्टूबर के बीच हुई हैं।
जम्मू कश्मीर में दहशत एकबार फिर बढ़ते हुए नजर आ रहा है और इन हत्याओं में आतंकवादियों द्वारा खासकर हिंदुओं और अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया जा रहा है,90 के दशक की स्थिति फिर से बनाने की कोशीश की जा रही है कई हिंदू परिवार एकबार फिर से जम्मू कश्मीर को हमेशा के लिए छोड़ने पर मजबूर हो रहे हैं।कुछ लोग इन घटनाओं को तालिबान के साथ जोड़ कर भी देख रहे हैं।