नये संसद भवन के विरोध को लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता राज्यवर्धन सिंह राठौर ने लगातार एक के बाद एक ट्वीट करके कांग्रेस नीत यूपीए सरकार पर करारा हमला बोला है।
राज्यवर्धन सिंह ने ट्वीट करके कहा कि कांग्रेस नीत यूपीए शासनकाल में ही नये संसद भवन का प्रपोजल बना था और करीब 3000 करोड़ रुपए के वारे-न्यारे करने की तैयारी थी। वहीं नया संसद भवन अब महजब 971 करोड़ में बन रहा है, यही कांग्रेस सहित विराधियों की छटपटाहट का कारण है।
उन्होंने आगे लिखा है कि, 2014 में मोदी जी के नेतृत्व में ईमानदार सरकार आ गई और नए संसद भवन की अनुमानित लागत घटकर मात्र ₹971 करोड़ रह गई। आज देश नई संसद व Central Vista को जनाकांक्षा का प्रतीक मान रहा है तो कांग्रेस बौखला गई है और साबित कर रही है कि उसे देशवासियों के हर गौरव, हर खुशी से दर्द होता है।
राज्यवर्धन सिंह राठौर ने अपने दूसरे ट्वीट में यूपीए सरकार के उस प्रपोजल को भी शेयर किया, जो उन्होंने 2012 में तैयार किया था। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने ट्वीट किया कि नए पार्लियामेंट का प्रपोजल 2012 में सोनिया जी के रिमोट कंट्रोल वाली यूपीए सरकार के समय स्वीकार हुआ। तब चर्चा थी इस प्रोजेक्ट के नाम पर करीब 3000 करोड़ रुपए का वारा-न्यारा किया जाएगा। दशकों के कांग्रेसी शासन में कमीशनखोरी आम थी। तो क्या पता इसमें भी…? आज कांग्रेस की छटपटाहट कहीं यही तो नहीं!