इलेक्शन की बात प्रदीप भंडारी के साथ के दूसरे एपिसोड में आज प्रदीप भंडारी ने भारत के यूनिकॉर्न और nobroker.com के सह संस्थापक से बातचीत की इस दौरान उन्होंने मौजूदा सरकार का इंडियन स्टार्टअप को लेकर उनकी योजनाओं पर प्रदीप भंडारी ने NoBroker.com के CEO और सह संस्थापक अमित अग्रवाल से सवाल किया कि, पहले लोग स्टार्टअप में शामिल होने के इच्छुक नहीं थे। मैं आपसे पूछना चाहता हूं कि पिछले कुछ सालों में सरकार ने स्टार्टअप्स को भी बढ़ावा दिया है। ईमानदारी से कहूं तो स्टार्ट अप अब एक अच्छा शब्द बन गया है।
अमित अग्रवाल ने प्रदीप भंडारी के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि, सही कहा पहले यह इतना अच्छा नहीं था। स्टार्टअप में शामिल होने या स्टार्टअप शुरू करने से पहले लोग दो या तीन बार सोचते थे
प्रदीप भंडारी ने दूसरा सवाल किया कि, क्या आपको लगता है कि सरकार ने जो माहौल बनाने की कोशिश की है, क्या वह स्टार्टअप इकोसिस्टम के लिए मददगार है या पहले जैसा ही है?
उन्होंने कहा की ,अब पहले से बहुत बदलाव आ चुका है, सरकार ने बहुत सारी नीतियां बनाई हैं। सरकार ने सक्रिय रूप से और मौखिक रूप से स्टार्ट अप को प्रोत्साहित किया है। जहां तक नीतियों का सवाल है, आप जानते हैं कि हर बजट में आयकर अवकाश की अवधि बढ़ाई जाती है, निगमन की तारीख बदली जाती है, ये चीजें की जा रही हैं। इसके साथ ही DPIIT – यानी औद्योगिक और आंतरिक व्यापार को बढ़ावा देने वाला विभाग – यह स्टार्टअप इंडिया को प्रोत्साहित करता है। मेरे कई दोस्त हैं जिन्होंने अपने स्टार्टअप्स को रजिस्टर कराया है, जिन्हें बाद में मान्यता मिली और फिर उन्हें इनक्यूबेटर एक्सीलरेटर तक पहुंच मिली। तब सरकार ने या तो उन्हें अनुदान दिया या उन्हें आसान ऋण प्रदान किया।
स्टार्टअप को लेकर मोदी सरकार की नीतियां बहुत अच्छी हैं। दूसरी बात मैं यह कहना चाहूंगा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सरकार के प्रतिनिधि यूनिकॉर्न के बारे में बात करते है, यह गर्व की भावना पैदा करता है। जब किसी देश का प्रधानमंत्री, शीर्ष नेता और मुख्यमंत्री स्टार्अप पर गर्व करते हैं, तो वह स्टार्टअप को अधिक से अधिक समर्थन देता है। फिर माता-पिता भी अपने बच्चों के स्टार्टअप शुरू करने के विचार से सहमत होते हैं।