विदेश मंत्री एस जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेस के साथ सूडान में बिगड़ती स्थिति पर चर्चा की। इस दौरान उन्होंने ‘सफल कूटनीति’ की जरूरत को रेखांकित किया जिससे जल्द संघर्ष विराम हो सकता है और संघर्षरत अफ्रीकी देश में लोगों की सुरक्षा व कल्याण के लिए जमीनी स्थिति पैदा हो सकती है।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बताया कि बैठक में सूडान में बिगड़ती स्थिति पर चर्चा की और “सफल कूटनीति” की आवश्यकता को रेखांकित किया, जिससे शीघ्र युद्धविराम हो सके और लोगों की सुरक्षा और कल्याण के लिए जमीनी स्थिति बन सके।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव के साथ हुई मुलाकात को ‘बेहद शानदार’ बताते हुए जयशंकर ने कहा कि सूडान में लड़ाई शुरू होने के बाद “मुझे महसूस हुआ कि मेरा संयुक्त राष्ट्र महासचिव से मिलना बहुत जरूरी है।” उन्होंने कहा, “हमारी मुलाकात मुख्यत: सूडान के हालात पर केंद्रित थी। हालांकि, हमने जी20 और यूक्रेन युद्ध पर भी कुछ देर चर्चा की।”
जयशंकर ने कहा कि सूडान में संयुक्त राष्ट्र युद्धविराम स्थापित करने की कोशिश कर रहा है क्योंकि जब तक युद्धविराम नहीं होता, जब तक गलियारे नहीं होते तब तक लोगों के लिए बाहर निकलना सुरक्षित नहीं है. उन्होंने कहा कि दिल्ली में हमारी टीम सूडान में भारतीयों के साथ लगातार संपर्क में है और उन्हें शांत रहने और अनावश्यक जोखिम न लेने की सलाह दे रही है। हमें स्थिति के ठीक होने का इंतजार करना होगा। मुझे आशा है कि यह सारे प्रयास कुछ बेहतर परिणाम लाएंगे।