पीएम मोदी ने कर्नाटक दौरे के दौरान पद्म पुरस्कार प्राप्त तुलसी गौड़ा और सुकड़ी बामागौड़ा से आशीर्वाद प्राप्त किया। पीएम मोदी ने उत्तर कन्नड़ जिले के अंकोला में एक जनसभा से पहले पद्म प्राप्तकर्ताओं से मुलाकात की और उनका आशीर्वाद मांगा।
पर्यावरणविद् तुलसी गौड़ा को 2021 में पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
गौड़ा, जो कर्नाटक के होनाली गांव से हैं, ने 30,000 से अधिक पौधे लगाए थे और वन विभाग की नर्सरी की देखभाल करती हैं। वह कर्नाटक में हलक्की आदिवासी से संबंधित हैं और उन्हें पौधों और जड़ी-बूटियों की विविध प्रजातियों के विशाल ज्ञान के कारण वन के विश्वकोश के रूप में भी जाना जाता है। सुकरी बोम्मागौड़ा, जिन्हें “हलक्की की कोकिला” के रूप में जाना जाता है, को 2017 में लोक गायन के लिए पद्म श्री से सम्मानित किया गया था। वह परंपरागत जनजातीय संगीत की विरासत को लंबे समय से संभाल रही हैं। वह लभगग पांच दशकों से सक्रिय हैं और 1000 से अधिक पारंपरिक हलक्की गीतों को गाया है।
अंकोला में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम आपके सेवक हैं, आप जो हुकुम करोगे हम मानेंगे। हमारा कोई रिमोट कंट्रोल नहीं है। अगर हमारा कोई रिमोट कंट्रोल है तो वे 140 करोड़ हिंदुस्तानी हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा की डबल-इंजन सरकार को कर्नाटक को आगे बढ़ाने के लिए सिर्फ 3 साल मिले थे और 3 सालों में शुरू में तो बहुत समय उनका कूड़ा कचरा साफ करने में गया। उसके बाद हमने प्रदेश में विकास को तेजी से गति दी…और हमने इसे देश का नंबर-1 राज्य बनाने का संकल्प लिया है।