लोकसभा चुनाव का समय नजदीक आ रहा है। सत्ता पक्ष और विपक्ष ने रणनीति बनाना शुरू कर दी है। सभी दल अपने किले की नींव और दीवारों को पुख्ता करने में जुटे हुए हैं। हालिया हलचल को देखकर कहा जा रहा है कि इस बार विपक्ष के कई दल एक साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे। विपक्षी दलों कि एकता और गठबंधन कराने की जिम्मेदारी इस बार बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने कंधो पर ली है।
मुलाकात के बाद पवार ने कहा कि आज हमारी अच्छी मुलाकात हुई है। देश का आज जो माहौल है वो सब देखने के बाद देश की प्रजातंत्र को बचाने के लिए हमें मिलकर काम करने की आवश्यकता है और हम इसका समर्थन करते हैं। मुलाकात की तस्वीरें ट्वीट करते हुए शरद पवार ने कहा, “बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव का आज मेरे मुंबई आवास पर स्वागत किया। लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी एकता को मजबूत करने के लिए हमने संक्षिप्त चर्चा की।”
मीडिया ने नीतिश कुमार से सवाल पूछा ‘क्या शरद पवार विपक्षी गठबंधन का मुख्य चेहरा होंगे, नीतीश कुमार ने कहा, “इससे ज्यादा सुखद कुछ नहीं होगा। मैंने उनसे कहा है कि उन्हें शरद पवार न केवल अपनी पार्टी के लिए बल्कि पूरे देश के लिए और अधिक जोश के साथ काम करना है। जितना अधिक विपक्षी दल एक साथ आएंगे, यह देश के हित में उतना ही बेहतर होगा।”
उन्होंने कहा की हम लोग देश और लोकतंत्र के हित में मिलकर काम करने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यूपीए में सभी के हित में बात और काम होंगे। वहीं शरद पवार के इस्तीफे पर बोलते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि जब उन्होंने रिजाइन किया था तो हम सबको ख़राब लगा था।