दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनके पंजाब समकक्ष भगवंत मान ने गुरुवार को तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन से मुलाकात कर राष्ट्रीय राजधानी में प्रशासनिक सेवाओं पर नियंत्रण के लिए केंद्र सरकार द्वारा लाए गए अध्यादेश के खिलाफ समर्थन मांगा।
आप के दोनों नेताओं ने स्टालिन से यहां अलवरपेट स्थित उनके आवास पर मुलाकात की। आम आदमी पार्टी (आप) के सांसद राघव चड्ढा और डीएमके संसदीय दल के नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री टी.आर. बालू भी विचार-विमर्श के दौरान उपस्थित थे।
केजरीवाल नए अध्यादेश के खिलाफ विपक्षी दलों का समर्थन हासिल करने के लिए देशव्यापी दौरे पर हैं। आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक दो जून को झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात करने वाले हैं।
अरविंद केजरीवाल ने भाजपा सरकार के कदम का मुकाबला करने के लिए एकजुट विपक्ष की आवश्यकता पर प्रकाश डालते हुए कांग्रेस से इस कारण का समर्थन करने का भी आह्वान किया। उन्होंने आगे सुझाव दिया कि इस मुद्दे को संबोधित करने के लिए निर्धारित बैठक 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले एक संयुक्त एकजुट विपक्ष की बारीकियों पर चर्चा करने के लिए एक मंच के रूप में काम कर सकती है। अध्यादेश के खिलाफ समर्थन मांग रहे समान विचारधारा वाले दलों के नेताओं से मिल रहे केजरीवाल ने आगे कहा कि संसद में विधेयक को हराना 2024 के चुनाव से पहले सेमीफाइनल जैसा होगा।