भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 जुलाई को फ्रांस के लिए रवाना होने जा रहे हैं। इस दौरान पीएम मोदी फ्रांस में नेशनल डे परेड के चीफ गेस्ट बनेंगे और लौटते वक्त UAE का दौरा भी करेंगे। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के बाद मोदी दूसरे भारतीय पीएम हैं जिन्हें ये सम्मान दिया जा रहा है। इस यात्रा का भारत-फ्रांस के रिश्तों पर क्या प्रभाव पड़ेगा। ऐसे कई अहम सवालों का जवाब आपको दें इससे बता दें कि पीएम मोदी का ये दौरा दोनों देशों की रणनीतिक साझेदारी के लिहाज से तो अहम होगा।
पीएम मोदी का दौरा बेहद महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक होने जा रहा है। इसी दौरान दोनों देश रक्षा क्षेत्र में ऐसे समझौतों का भी एलान कर सकते हैं, जिनमें फ्रांस की ओर से टेक्नोलॉजी ट्रांसफर किया जाना शामिल हो सकता है। पीएम मोदी अपने इस दौरे में फ्रांस से नौसेना की जरूरतों के लिहाज से तैयार किए गए 26 रफाल विमान खरीदने की घोषणा कर सकते हैं। इन प्रस्तावों में नौसेना के लिए राफेल-एम विमानों के साथ ही 3 स्कॉर्पीन पनडुब्बियों की भी खरीद भी शामिल है। इस दौरान फ्रांस भारत को कुछ और हथियारों की सप्लाई के लिए बड़ा ऐलान कर सकता है।
रक्षा सौदों के अलावा पीएम मोदी और राष्ट्रपति मैक्रो के बीच इस दौरान हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति और स्थायित्व समेत दक्षिण एशिया के हालात पर बात हो सकती है। क्योंकि क्योंकि दोनों देश अंतरराष्ट्रीय समुद्र क्षेत्र में चीन की चालबाजी और मंशा से भली भांति परिचित हैं। वहीं इस बात की भी संभावना है कि राष्ट्रपति मैक्रों बातचीत में रूस-यूक्रेन युद्ध का मुद्दा उठाकर भारत को रूस के खिलाफ पश्चिमी देशों के साथ खड़े होने की अपील कर सकते हैं।