दिल्ली में यमुना नदी के लगातार बढ़ते जलस्तर से बाढ़ का खतरा बढ़ता जा रहा है। यमुना के जलस्तर ने 45 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया है। गुरुवार को यमुना में पानी का स्तर 208.6 मीटर तक पहुंच गया। हालात को देखते हुए निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया गया है। बाढ़ का पानी सिविल लाइंस इलाके में भी पहुंच चुका है और इसी इलाके में मुख्यमंत्री आवास भी है। वहीं बाढ़ के हालात को देखते हुए उपराज्यपाल ने दिल्ली आपदा प्रबंधन विभाग की आपात बैठक भी बुलाई थी।
सीएम आवास तक पहुंचा बाढ़ का पानी
यमुना नदी का पानी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सरकारी आवास के बेहद करीब पहुंच चुका है। जानकारी के मुताबिक, अगर यमुना के जलस्तर में तेजी कम नहीं हुई तो अगले कुछ घंटों में ही बाढ़ का पानी सिविल लाइंस इलाके स्थित सीएम आवास में घुस सकता है। हालांकि अभी बाढ़ का पानी मुख्यमंत्री आवास से करीब 500 मीटर दूर है। रिपोर्ट्स के अनुसार, बाढ़ का पानी दिल्ली सरकार के अधिकारियों के सरकारी आवासों में भी घुस चुका है।
दिल्ली में बाढ़ के हालात को देखते हुए उपराज्यपाल ने DDMA की बैठक बुलाई थी। इसमें कई अहम फैसले लिए गए हैं। बैठक में दिल्ली के सभी स्कूलों और कॉलेजों को रविवार तक बंद करने का फैसला लिया गया है। इसके अलावा गैर जरूरी ऑफिसों में भी रविवार तक छुट्टी कर दी गई है। सभी प्राइवेट दफ्तरों को कहा गया है कि वर्क फ्रॉम होम को बढ़ावा दें। इसके साथ ही कश्मीरी गेट के आसपास बने व्यवसायिक प्रतिष्ठानों को भी रविवार तक बंद रखने के लिए कहा गया है। इसके अलावा कोई भी अंतरराज्यीय बस ISBT तक नहीं आएगी। यात्रियों को सिंघु बॉर्डर से डीटीसी बसों की सेवाएं दी जाएंगी।
इन इलाकों में पहुंचा बाढ़ का पानी
दिल्ली से इस समय बाढ़ की जो तस्वीरें सामने आ रही हैं, वो डर पैदा करने वाली हैं। लालकिला के बाहर घुटनों से ऊपर तक पानी पहुंच गया है। सिविल लाइंस इलाके में अधिकारियों के आवास में पानी घुस गया है। इसके अलावा कश्मीरी गेट, मोनेस्ट्री, यमुना बाजार, यमुना खादर, मजनूं का टीला और यमुना बैंक मेट्रो स्टेशन के बाहर तक बाढ़ का पानी पहुंच चुका है।
दिल्ली में अभी स्थिति क्या है?
दिल्ली को पानी देने वाले तीन वॉटर प्लांट बंद हो गए हैं। सीएम अरविंद केजरीवाल ने बताया कि पानी घुसने की वजह से दिल्ली के वजीराबाद, चंद्रावल और ओखला, तीन वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट बंद किए गए हैं। इससे दिल्ली में पानी की आपूर्ति अगले दो दिनों तक करीब 25 फीसदी तक प्रभावित होगी।