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पीएम मोदी ने मन की बात में किया भारत की नई फुटबॉल नर्सरी का जिक्र, पढ़िए भारत के मिनी ब्राजील की कहानी

रविवार को प्रधानमंत्री मोदी के अपने मन की बात के 103वें एपिसोड का प्रसारण हुआ। मन की बात में पीएम मोदी ने इस बार मध्य प्रदेश के मिनी ब्राजील का जिक्र किया। उन्होंने कहा की एमपी का शहडोल एक मिनी ब्राजील बन गया है। वहां देश की नई फुटबॉल नर्सरी स्थापित हो गई है।

पीएम मोदी ने कहा “मध्य प्रदेश की एक प्रेरणादायक यात्रा बताने जा रहा हूं। ये यात्रा है मिनी ब्राजील की। आप सोच रहे होंगे की मध्य प्रदेश में ये मिनी ब्राजील कहां से आ गया। मध्य प्रदेश में एक गांव है बिचारपुर। बिचारपूर को मिनी ब्राजील कहा जाता है। क्योंकि ये गांव आज फुटबॉल के उभरते सितारों का गढ़ बन गया है।”

उन्होंने बता की “कुछ हफ्ते पहले मैं शहडोल गया था तो मेरी मुलाकात कई फुटबॉल खिलाड़ियों से हुई। मुलाकात के बाद मुझे लगा की इस बारे में देशवासियों को और खासकर युवाओं को जरूर जानना चाहिए।”

पीएम मोदी ने कहा “बिचारपुरा गांव के मिनी ब्राजील बनने की यात्रा दो ढाई दशक पहले शुरू हुई थी। उस दौरान बिचारपुर गांव अवैध शराब के लिए बदनाम था। इस माहौल का सबसे बड़ा नुकसान यहां के युवाओं को हो रहा था। एक पूर्व राष्ट्रीय खिलाड़ी और कोच रईस अहमद ने इन युवाओं की प्रतिभा को पहचाना। उनके पास संसाधन ज्यादा नहीं थे, लेकिन उन्होंने पूरी लगन से युवाओं को फुटबॉल सिखाना शुरू किया। कुछ साल के अंदर ही यहां फुलबॉल इतना लोकप्रिय हो गया, कि विचारपुर गांव की पहचान ही फुटबॉल से होने लगी। अब यहां फुटबॉल क्रांति नाम से एक प्रोग्राम भी चल रहा है। इस प्रोग्राम के तहत युवाओं को यहां फुटबॉल से जोड़ा जाता है और उन्हें ट्रेनिंग दी जाती है। ये प्रोग्राम इतना सफल हुआ है की विचारपुर से नेशनल और स्टेट लेवल के 40 से ज्यादा खिलाड़ी निकले हैं।

पीएम मोदी ने आगे बताया कि “ये फुटबॉल क्रांति अब धीरे धीरे पूरे क्षेत्र में फैल रही है। शहडोल और उसके आस पास के इलाकों में 1200 से ज्यादा फुटबॉल क्लब बन चुके हैं। यहां से बड़ी संख्या में ऐसे खिलाड़ी निकल रहे हैं, जो राष्ट्रीय स्तर पर खेल रहे हैं। फुटबॉल के कई बड़े पूर्व खिलाड़ी और कोच आज यहां ट्रेनिंग दे रहे हैं। आप सोचिए कि एक आदिवासी इलाका जो शराब के लिए बदनाम था, नशे के लिए जाना जाता था, वो आज देश की पहली फुटबॉल नर्सरी बन गया है। इसलिए ही कहते हैं “जहां चाह, वहां राह”। हमारे देश में प्रतिभाओं को कमी नहीं है। बस जरूरत है उन्हे तलाशने की और तराशने की। इसके बाद यही युवा देश का नाम भी रोशन करते हैं और देश के विकास को दिशा भी देते हैं।”

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Vipin Srivastava
Vipin Srivastava
journalist, writer @jankibaat1

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