हरियाणा नूह हिंसा में मारे गए अभिषेक चौहान के घर से प्रदीप भंडारी के द्वारा ज़ारी किए गए रिपोर्ट के बाद सियायत और भी ज्यादा गर्म हो चुकी है। अब बीजेपी भी इस मुद्दे को गंभीरता से ले रही है और फुल एक्शन मुड में है।
बताते चलें की दो दिन पहले प्रदीप भंडारी अभिषेक चौहान के गांव पानीपत (नूरवाला) पहुंचे। उन्होंने बहुत ही बारीकियों से इस हिंसा की जड़ का पता लगाया और अपने रिर्पोट में सारी सच्चाई दिखाई।
हरियाणा के नूह में 31 जुलाई 2023 को जलाभिषेक यात्रा के दौरान सांप्रदायिक भीड़ ने हिंदू श्रद्धालुओं पर हमला कर दिया। इस हमले में पानीपत से आए बजरंग दल के प्रखंड संयोजक अभिषेक राजपूत उर्फ अभिषेक चौहान की मौत हो गई थी। दंगाइयों ने अभिषेक को पहले गोली मारी। उसके बाद गला काटकर उनके सिर को पत्थरों से कुचल दिया। इस घटना के गवाह अभिषेक के चचेरे भाई हैं।
22 साल के मृतक अभिषेक के चचेरे भाई महेश और दोस्तों ने प्रदीप भंडारी को बताया कि जैसे ही वो अभिषेक के साथ शिव मंदिर से बाहर निकले, वैसे ही हमलावर भीड़ को अपनी तरफ बढ़ते देखा। भीड़ के पास तलवारें, बंदूकें और पत्थर थे। भीड़ ने लोगों को पीटना शुरू कर दिया और वाहनों में आग लगा दी। इसी दौरान हमलावरों ने गोली चला दी, जो अभिषेक को जा लगी। गोली लगते ही अभिषेक जमीन पर गिर पड़े। भीड़ में से एक हमलावर बाहर आया और उसने अभिषेक की तलवार चलाकर गर्दन काट दी और भाग गया। इसके बाद मुझे भी वहाँ से भागना पड़ा।