प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कोलकाता में हुए जी20 देशों के भ्रष्टाचार विरोधी मंत्रिस्तरीय बैठक को वर्चुअली संबोधित किया। बैठक को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने दावा किया कि भारत में सरकार की ओर से भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की सख्त नीति अपनाई जा रही है।
भ्रष्टाचार का असर गरीबों पर अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि भ्रष्टाचार का सबसे ज्यादा असर देश की गरीब और हाशिए पर बैठी जनता पर होता है। पीएम ने कहा कि भ्रष्टाचार से लड़ना उनकी सरकार का कर्तव्य है। पीएम ने रवींद्रनाथ टैगोर का उदाहरण देते हुए कहा कि उन्होंने हमें लालच से दूर रहने का संदेश दिया था। क्योंकि ये हमें सच का एहसास नहीं होने देता। पीएम ने मेहमान देशों के प्रतिनिधियों से भ्रष्टाचार के खिलाफ सहयोग के तौर पर विदेशी संपत्तियों की जब्ती में तेजी लाने, न्यायिक प्रक्रिया के बाद अपराधियों की तुरंत वापसी और प्रत्यर्पण में तेजी लाने की अपील की।
इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि भारत में भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की सख्त नीति है। भ्रष्टाचार का सबसे बड़ा प्रभाव गरीबों पर पड़ता है। इसलिए भ्रष्टाचार से लड़ना हमारी जिम्मेदारी है। हमने आर्थिक भगौड़ों के खिलाफ कानून बनाया।
पीएम मोदी ने बैठक में खुशी जाहिर करते हुए बताया कि कानून प्रवर्तन एजेंसियों के बीच में अनौपचारिक तौर पर ही भ्रष्टाचार के खिलाफ सहयोग पर सहमति बन गई है। पीएम ने कहा कि भ्रष्टाचार संसाधनों को उचित ढ़ंग से लोगों तक पहुंचाने में रुकावट पैदा करता है। इसके कारण बाजारों पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है।