राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने राष्ट्रीय राजधानी स्थित ‘‘सदैव अटल” जाकर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी की पांचवीं पुण्यतिथि पर उन्हें बुधवार को श्रद्धांजलि अर्पित की। इनके अलावा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा, राज्यसभा में सदन के नेता पीयूष गोयल ने भी भारत रत्न वाजपेयी को पुष्पांजलि अर्पित की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा है, भारत के 140 करोड़ लोगों के साथ मिलकर मैं अतुलनीय प्रतिभा वाले अटल जी को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ। उनके नेतृत्व से भारत को बहुत लाभ हुआ। उन्होंने हमारे देश की प्रगति को बढ़ावा देने और कई क्षेत्रों में इसे 21वीं सदी में ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि भारतीय राजनीति के अजातशत्रु परम श्रद्धेय अटल जी ने विचारधारा व सिद्धांतों पर आधारित राजनीति के सबसे उच्च मानक स्थापित किए। राष्ट्रसेवा की अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति से एक तरफ उन्होंने सुशासन की नींव रखी तो दूसरी ओर उन्होंने पोखरण से पूरे विश्व को भारत के सामर्थ्य का परिचय कराया। अपने संगठन कौशल से पार्टी को शून्य से शिखर तक पहुँचाने में अमूल्य योगदान देने वाले ऐसे युगपुरुष को उनकी पुण्यतिथि पर कोटिशः नमन।
बताते चलें कि 25 दिसंबर 1924 को ग्वालियर में जन्मे अटल बिहारी बाजपेयी दशकों तक भारतीय राजनीति का सशक्त चेहरा रहे। वे 16 मई 1996 से 1 जून 1996 तक और फिर 19 मार्च 1998 से 22 मई 2004 तक भारत के प्रधानमंत्री रहे। साल 1977 से 1979 तक मोरारजी देसाई के नेतृत्व वाली पहली गैर कॉन्ग्रेसी सरकार में वे विदेश मंत्री रहे थे। लंबी बीमारी के बाद 16 अगस्त 2018 को उनका निधन हो गया था। भारत रत्न अटल बिहारी बाजपेयी के जन्मदिन 25 दिसंबर को हर वर्ष सुशासन दिवस के रूप में मनाया जाता है।