ब्रिक्स देशों के समूह में 6 देश- अर्जेंटीना, मिस्र, इथियोपिया, ईरान, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात शामिल हुए हैं। इससे इसका दायरा बढ़ गया है। दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा ने गुरुवार (24 अगस्त) को कहा कि हमने अर्जेंटीना, मिस्र, इथियोपिया, ईरान, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात को ब्रिक्स का पूर्ण सदस्य बनने के लिए आमंत्रित करने का निर्णय लिया है।
उन्होंने कहा कि कि नए सदस्य एक जनवरी 2024 से ब्रिक्स का हिस्सा बन जाएंगे। रामफोसा ने कहा, ”हम ब्रिक्स के साथ साझेदारी बनाने में अन्य देशों के हितों को महत्व देते हैं।”
BRICS डिक्लेरेशन की मुख्य बातें
1. संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब, ईरान, अर्जेंटीना, मिस्र और इथियोपिया को आधिकारिक तौर पर ब्रिक्स में आमंत्रित किया गया है
2. ब्रिक्स देशों ने यूक्रेन संघर्ष में मध्यस्थता के प्रस्तावों पर गौर किया।
3. ब्रिक्स नेताओं ने UNSC समेत संयुक्त राष्ट्र में सुधार का समर्थन किया।
4. ब्रिक्स ने अंतरराष्ट्रीय और द्विपक्षीय व्यापार में राष्ट्रीय मुद्राओं के उपयोग का समर्थन किया।
5. ब्रिक्स देशों को शांतिपूर्ण और कूटनीतिक तरीकों से ईरानी परमाणु मुद्दे को हल करने की आवश्यकता है।
6. ब्रिक्स देशों ने 2024 में रूसी राष्ट्रपति पद के लिए पूर्ण समर्थन व्यक्त किया, कज़ान में शिखर सम्मेलन आयोजित किया जाएगा।
गौरतलब है की इस डिक्लेरेशन से सऊदी अरब, यूएई और ईरान के शामिल होने के बाद, ब्रिक्स सदस्य अब वैश्विक तेल उत्पादन का 80% नियंत्रित करते हैं। दुनिया के नौ सबसे बड़े तेल उत्पादकों में से छह 1 जनवरी, 2024 तक ब्रिक्स के सदस्य होंगे।