टीएमसी से लोकसभा सांसद महुआ मोइत्रा पर बड़ा आरोप लगा है। महुआ मोइत्रा पर आरोप लगा है कि वह लोकसभा में एक उद्योगपति से पैसे लेकर अदानी ग्रुप के खिलाफ सवाल पूछती हैं। दिल्ली के एक अधिवक्ता जय अनंत देहाद्रई ने पूरी पड़ताल की है। साथ ही उन्होंने लोकसभा में महुआ की ओर से पूछे गए सवालों की लिंक अटैच की है और साथ ही यह भी बताया है कि पूछे गए सवाल किस तरह एक ही उद्योगपति के संबंधित थे।
अधिवक्ता अनंत ने 38 पेज की विस्तृत जानकारी दी है और उसमें यह बताया है कि महुआ के सवाल किस तरह हीरानंदानी को फायदा पहुंचाते थे। यानी सवाल हीरानंदानी के होते थे और संसद में मंत्री से वह सवाल महुआ पूछती थीं और परोक्ष रूप से सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश करती थी।
महुआ मोइत्रा पर आरोप है कि सवाल पूछने के बदले हीरानंदानी ने महुआ को कैश और गिफ्ट दिए थे। दर्शन हीरानंदानी ने 2019 का चुनाव लड़ने के लिए महुआ को 75 लाख रुपये दिए थे। साथ ही उन्होंने महुआ को महंगे आईफोन भी दिए थे। दर्शन ने महुआ को आवंटित सरकारी आवास की मरम्मत कराई थी। आरोप में ये भी कहा गया है कि महुआ ने दर्शन को अपने लोकसभा अकाउंट का एक्सेस दिया था। इसके बाद सवाल या तो दर्शन ने खुद पोस्ट किए या दर्शन के कहने पर महुआ ने पोस्ट किए थे। आरोप के अनुसार 2019 से 2023 के बीच पूछे गए 61 सवालों में से 50 सवाल हीरानंदानी के कहने पर पूछे गए थे।
इसको लेकर बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को पत्र लिखा है और इस मामले पर जांच की मांग की है। निशिकांत दुबे ने लोकसभा अध्यक्ष से तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा को तत्काल निलंबित करने की मांग की है। बीजेपी सांसद ने ये शिकायत एडवोकेट जय अनंत देहाद्रीद्वारा उन्हें लिखे गए पत्र के आधार पर दर्ज करवाई है। वहीं इस पूरे मामले पर टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने कहा है कि वो किसी भी तरह की जांच का स्वागत करती हैं।