भारत का घरेलू यात्री यातायात वर्ष 2023 में रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया है। महामारी की चपेट में आने के बाद से यह एक दिन में सबसे अधिक हवाई यातायात था, जो कि पूर्व-कोविड औसत से 7.4% की उल्लेखनीय वृद्धि है, जो आसमान के क्षेत्र में सुधार और लचीलेपन का एक स्पष्ट संकेत है।
बताते चलें कि 2023 में 60 नए आरसीएस मार्ग शुरू किए गए। उड़ान के तहत 154 नए आरसीएस रूट प्रदान किए गए, उत्तर-पूर्व में 12 नए आरसीएस रूट शुरू हुए, 91 लाख से अधिक यात्रियों ने डिजी यात्रा की सुविधा का लाभ उठाया, और 35 लाख से अधिक उपयोगकर्ताओं दद्वारा ऐप डाउनलोड किया गया है।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने वर्ष 2023 में कई मील के पत्थर हासिल किए क्योंकि इस क्षेत्र को नए पंख मिले और तेज गति से विस्तार हुआ। एक रिपोर्ट के मुताबिक नवंबर 2023 तक 55 ठिकानों पर 34 डीजीसीए-अनुमोदित एफटीओ काम कर रहे हैं।
डिजी यात्रा चेहरे की पहचान प्रौद्योगिकी के आधार पर हवाई अड्डों पर यात्रियों की संपर्क रहित, निर्बाध प्रसंस्करण प्राप्त करने के लिए बनाई गई एक परियोजना है। परियोजना में मूल रूप से परिकल्पना की गई है कि कोई भी यात्री पहचान स्थापित करने के लिए चेहरे की विशेषताओं का उपयोग करके कागज रहित और संपर्क रहित प्रसंस्करण के माध्यम से हवाई अड्डे पर विभिन्न जांच बिंदुओं से गुजर सकता है।
भारत सरकार ने अब तक देश भर में 21 ग्रीनफील्ड हवाई अड्डों की स्थापना के लिए ‘सैद्धांतिक’ मंजूरी दे दी है, जिनमें गोवा में मोपा, महाराष्ट्र में नवी मुंबई, शिरडी और सिंधुदुर्ग, कर्नाटक में कालाबुरागी, विजयपुरा, हासन और शिवमोग्गा, मध्य प्रदेश में ग्वालियर, उत्तर प्रदेश में कुशीनगर और जेवर, गुजरात में धोलेरा और राजकोट, पुडुचेरी में कराईकल, आंध्र प्रदेश में दगदरथी, भोगापुरम और ओरावकल , पश्चिम बंगाल में दुर्गापुर, सिक्किम में पाक्योंग, केरल में कन्नूर, और अरुणाचल प्रदेश में ईटानगर शामिल हैं।