भारत ने मार्च में समाप्त होने वाले वित्तीय वर्ष में 7.3% की वार्षिक वृद्धि का अनुमान लगाया है, जो कि किसी भी प्रमुख वैश्विक अर्थव्यवस्था की उच्चतम दर है, जिससे प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को होने वाले राष्ट्रीय चुनावों से पहले बढ़ावा मिलेगा। मई से पहले चुनाव होंगे।
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय ने शुक्रवार को एक बयान में कहा की ये 2023/24 के लिए शुरुआती अनुमान है।बेहतर डेटा कवरेज वास्तविक कर प्राप्तियां और राज्य सब्सिडी पर खर्च बाद के संशोधनों को प्रभावित कर सकता है।
वार्षिक सकल घरेलू उत्पाद का पहला अग्रिम अनुमान पिछले महीने भारतीय रिज़र्व बैंक के 7% के पूर्वानुमान के अनुरूप है, जो पहले के 6.5% के अनुमान से अधिक है।
बताते चलें कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आगामी 1 फरवरी को अंतरिम वार्षिक बजट पेश करेंगी और चालू वित्त वर्ष में राजकोषीय घाटे को सकल घरेलू उत्पाद के 5.9% से कम करने का लक्ष्य रखते हुए, कर प्राप्तियों में वृद्धि से बुनियादी ढांचे पर खर्च बढ़ाने की उम्मीद है।