वाराणसी में ज्ञानवापी मामले पर आई एएसआई की रिपोर्ट को लेकर जन की बात के संस्थापक और सीईओ प्रदीप भंडारी ने विष्णु शंकर जैन से बातचीत की। इस बातचीत के दौरान विष्णु शंकर जैन ने दावा किया कि एएसआई की रिपोर्ट 92 दिन की मेहनत के बाद तैयार की गई है और तथ्य चीख कर कह रहे हैं कि यह पहले मंदिर था।
विष्णु शंकर जैन ने कहा, “ऐसी कई मूर्तियां मिली है जो साफ बताती है कि पहले यहां पर मंदिर था। रिपोर्ट में साफ लिखा है कि मंदिर को तोड़कर मस्जिद बनाई गई है और कोई भी इस्लाम में यह नहीं कह सकता कि मंदिर को तोड़कर मस्जिद बनाना जायज है और हिंदू धर्म हमेशा कहता है कि एक बार मंदिर बन गया तो वह हमेशा मंदिर ही रहेगा। इस मामले का मेन पॉइंट यही है।”
'मंदिर जल्दी बनेगा।' – Says Advocate in the Gyanvapi case Vishnu Shankar Jain( @vishnu_jain1) in an exclusive interview on Jan Ki Baat( @jankibaat1).
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— Pradeep Bhandari(प्रदीप भंडारी)🇮🇳 (@pradip103) January 26, 2024
विष्णु शंकर जैन ने कहा कि इस मामले में प्लेस आफ वरशिप एक्ट अप्लाई ही नहीं होता है क्योंकि आप एक मंदिर में घुसकर जबरदस्ती नमाज पढ़ रहे हैं और हाई कोर्ट पहले ही मना कर चुका है कि इस मामले में प्लेस आफ वरशिप एक्ट अप्लाई नहीं होगा। विष्णु शंकर जैन ने दावा किया कि यह मामला राम मंदिर मामले से भी मजबूत है और जल्द ही मंदिर बनेगा।