विदेशी निवेशक भारतीय शेयर बाजार से पैसा निकाल रहे हैं, लेकिन भारतीय बॉन्ड बाजार पर उनका भरोसा बढ़ गया है। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक भारतीय बॉन्ड बाजार में लगातार निवेश कर रहे हैं। जेपी मॉर्गन इंडेक्स में भारत सरकार के बॉन्ड को शामिल किए जाने और व्यापक रूप से अर्थव्यवस्था के स्थिर परिदृश्य के चलते विदेशी निवेशक खूब निवेश कर रहे हैं। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने इस महीने अबतक देश के ऋण या बॉन्ड बाजार में शुद्ध रूप से 15,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश किया है। इससे पहले एफपीआई ने जनवरी में बॉन्ड बाजार में 19,836 करोड़ रुपये डाले थे, जो छह साल से अधिक समय का सबसे ऊंचा मासिक आंकड़ा है।
डिपॉजिटरी के आंकड़ों के मुताबिक, समीक्षाधीन अवधि में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने शेयरों से 3,000 करोड़ रुपये से अधिक निकाले हैं। इससे पहले जनवरी में उन्होंने शेयरों से 25,743 करोड़ रुपये की भारी निकासी की थी। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा, ”शेयर और बॉन्ड में इस भिन्न प्रवृत्ति का मुख्य कारण भारतीय शेयर बाजार का ऊंचा मूल्यांकन मूल्यांकन और अमेरिका में बॉन्ड पर बढ़ता प्रतिफल है।”
आंकड़ों के मुताबिक, एफपीआई ने इस महीने (नौ फरवरी तक) बॉन्ड बाजार में शुद्ध रूप से 15,093 करोड़ रुपये का निवेश किया है। इसके साथ ही 2024 में एफपीआई का कुल निवेश 34,930 करोड़ रुपये से अधिक हो गया है। विदेशी निवेशक पिछले कुछ माह से बॉन्ड बाजार में लगातार पैसा लगा रहे हैं।