केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के लिए गुरुवार को एक ही दिन में दो खुशखबरियां आई हैं। ये देश की इकोनॉमी की तेज रफ्तार जारी रहने का संकेत दे रही हैं, वो भी ऐसे समय में जबकि दुनिया पर मंदी का साया मंडरा रहा है और जापान-बिट्रेन जैसे बड़े देशों में मंदी ने दस्तक दे दी है। पहली गुड न्यूज ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म जेफरीज की ओर से दी गई है, तो वहीं दूसरी HSBC की ओर से आई है।
पहली खुशखबरी ग्लोबल ब्रोकरेज जेफरिज की ओर से आई है, जिसने इंडियन इकोनॉमी को लेकर पॉजिटिव रुख बरकरार रखा है। जेफरीज के मुताबिक, भारत की अर्थव्यवस्था तेजी से ग्रोथ कर रही है और देश साल 2027 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है।
जेफरिज इंडिया की माने तो के इक्विटी एनालिस्ट महेश नंदुरकर की मानें तो बीते 10 साल में इंडियन इकोनॉमी में बड़ा चेंज देखने को मिला है और देश की जीडीपी में 7 फीसदी CSGR की तेजी दर्ज की गई है। इकोनॉमी का साइज बढ़कर 3.6 ट्रिलियन डॉलर पर पहुंच गया है और ये दुनिया की टॉप-10 इकोनॉमी में पांचवे पायदान पर पहुंच चुका है। रिपोर्ट में उम्मीद जाहिर करते हुए कहा गया है कि अर्थव्यवस्था में तेज रफ्तार जारी रहेगी और इसके चलते आने वाले 4 सालों में भारत की जीडीपी 5 ट्रिलियन डॉलर हो जाएगी।
दूसरी खुशखबरी ये है कि रॉयटर्स के सर्वे में सामने आया है कि फरवरी में भारत की बिजनेस एक्टिविटीज में जोरदार तेजी देखी जा रही है, जो कि बीते 7 महीनों में इसकी सबसे तेज रफ्तार है। मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस सेक्टर दोनों में डिमांड मजबूत रही है और ग्रोथ को समर्थन मिला है। सर्वे के नतीजों में भारत को सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था के रूप में पेश किया, S&P ग्लोबल द्वारा संकलित HSBC का फ्लैश इंडिया कंपोजिट परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स इस महीने 61.5 पर पहुंच गया, जो जनवरी की अंतिम रीडिंग 61.2 से ऊपर है।