देश के पूर्व इनफॉर्मेशन कमिश्नर रहे और वरिष्ठ पत्रकार उदय माहुरकर ने लॉ ऑफ़ एथिक्स कोड बनाने की मांग की है। लगातार ओटीटी के माध्यम से अश्लीलता परोसने वालों के खिलाफ उन्होंने सख्त कार्रवाई की मांग की है।
उदय माहुरकर सेव कल्चर सेव भारत फाउंडेशन के प्रमुख हैं और यह संस्था लगातार ओटीटी पर परोसे जा रहे अश्लील कंटेंट के खिलाफ काम कर रही है। लॉ आफ एथिक्स कोड में उदय माहुरकर ने कुछ मांग की है। उन्होंने कहा है कि अगर ओटीटी के माध्यम से अश्लीलता परोसी जाती है तो उनके खिलाफ लॉ ऑफ़ एथिक्स कोर्ट के तहत कार्रवाई की जानी चाहिए।
We want Make Law of ethics code@UdayMahurkar
OTT ke Dushkarm#SaveCultureSaveBharat pic.twitter.com/B55ImpAiZm
— Ravindra Nath Tripathi🇮🇳 (@Ravindranathbjp) February 25, 2024
इसके तहत अगर कोई इस कानून का उल्लंघन करता है तो उसे 10 से 20 साल की सजा हो, 3 साल तक बेल ना मिले, 4 महीने के अंदर ट्रायल पूरा हो और जो अश्लील कंटेंट हो वह सरकुलेशन से हटाया जाए। उदय माहुरकर ने कहा कि लॉ आफ एथिक्स कोड का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ रेप को बढ़ावा देने का चार्ज और देशद्रोह प्रवृत्ति का चार्ज लगाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि कोई एक्टर, एक्ट्रेस, प्रोड्यूसर या कंटेंट क्रिएटर लॉ आफ एथिक्स का उल्लंघन करता है तो उसके खिलाफ देशद्रोही प्रवृत्ति का चार्ज, रेप को बढ़ावा देने वाली प्रवृत्ति का चार्ज लगाया जाना चाहिए। यह चाहे थीम या सीन के माध्यम से हो या फिर कपड़ों और भाषा के माध्यम से हो।