उत्तराखंड के देहरादून में त्रिपुरा के छात्र एंजेल चकमा की हत्या कर दी गई। उत्तराखंड पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है जबकि एक फरार है। इस बीच उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चकमा के परिवार से फोन बात की है। परिवार से बात करने के बाद सीएम धामी ने कहा कि देहरादून में अध्ययनरत नॉर्थ ईस्ट के छात्र एंजेल चकमा की नृशंस हत्या की घटना अत्यंत पीड़ादायक घटना है।
सीएम धामी ने कहा, “यह केवल एक छात्र की मृत्यु नहीं, बल्कि एक परिवार के सपनों और उम्मीदों का असमय अंत है। मैं, दिवंगत एंजेल चकमा के परिजनों के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएँ व्यक्त करता हूं और ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि उन्हें इस असहनीय दुःख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें। आज मेरी दिवंगत एंजेल चकमा के पिताजी से भी बातचीत हुई। इस असीम दुःख की घड़ी में मैंने उनसे उत्तराखंड की समस्त जनता की ओर से गहरी संवेदनाएँ प्रकट कीं। इस दुःखद क्षण में अधिक कहना संभव नहीं था, लेकिन मैंने उन्हें यह स्पष्ट रूप से आश्वस्त किया कि उनके पुत्र के सभी हत्यारों को शीघ्र गिरफ्तार कर कानून के हवाले किया जाएगा।”
सीएम धामी ने आगे कहा, “मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि कानून-व्यवस्था और नागरिकों की सुरक्षा उत्तराखंड सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इस गंभीर प्रकरण में पुलिस द्वारा त्वरित, संवेदनशील और सख़्त कार्रवाई करते हुए अधिकांश आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और मुख्य वांछित अभियुक्त की गिरफ्तारी के लिए लगातार और प्रभावी प्रयास किए जा रहे हैं। दोषियों को किसी भी परिस्थिति में बख्शा नहीं जाएगा और उन्हें कानून के अनुसार कठोरतम दंड दिलाया जाएगा। उत्तराखंड एक शांत, समावेशी और सौहार्दपूर्ण राज्य है, जहां देश के प्रत्येक कोने से आने वाले छात्र सुरक्षित महसूस कर सकें, यह हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है।
देहरादून में अध्ययन कर रहे दिवंगत छात्र एंजेल चकमा के पिताजी से दूरभाष पर बातचीत की। इस अत्यंत दुःखद घटना को लेकर गहरी पीड़ा व्यक्त करते हुए उन्हें भरोसा दिलाया कि दोषियों के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
इस प्रकरण को हमारी सरकार ने पूरी गंभीरता से लिया है। ऐसी… pic.twitter.com/j4yRTjikvN
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) December 29, 2025
प्रदेश में अध्ययनरत नॉर्थ ईस्ट सहित सभी बाहरी राज्यों के छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु ठोस और आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। उत्तराखंड सरकार पीड़ित परिवार के साथ पूरी संवेदनशीलता और दृढ़ता के साथ खड़ी है और इस पीड़ादायक मामले में न्याय सुनिश्चित करने के लिए पूर्णतः प्रतिबद्ध है।”
